लंदन:
जरा सोचिए अगर आपका नवजात शिशु आपको ईमेल अथवा एसएमएस करके यह बताए कि उसका लंगोट गीला हो गया और इसे बदलने की जरूरत है तो क्या बात है। वैज्ञानिकों की माने तो आपकी यह कल्पना अब वास्तविकता की शक्ल ले सकती है।
वैज्ञानिकों ने एक ऐसा उपकरण तैयार किया है, जिसकी मदद से मासूम बच्चे भी अपनी लंगोट बदलने जैसी बात अपनी मां से कह सकेंगे।
समाचार पत्र ‘डेली मेल’ के मुताबिक इस छोटे डिवाइस को बच्चे की त्वचा से सटाकर रखा जाएगा और यह नमी के जरिए खुद अहसास कर लेगा कि बच्चे का लंगोट बदलने की जरूरत है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि यह डिवाइस बच्चों में हृदय गति, तापमान और सांस लेने के तरीके को सही ढंग से माप सकेगा।
डिवाइस यह भी बताएगा कि आपका बच्चा कब खुश है और कब नाराज हो गया है। अमेरिका में बनाए गए उपकरण को ‘एक्जमोबेबी’ नाम दिया गया है और इसका वजन करीब 93 पाउंड (42 किलोग्राम) होगा।
वैज्ञानिकों ने एक ऐसा उपकरण तैयार किया है, जिसकी मदद से मासूम बच्चे भी अपनी लंगोट बदलने जैसी बात अपनी मां से कह सकेंगे।
समाचार पत्र ‘डेली मेल’ के मुताबिक इस छोटे डिवाइस को बच्चे की त्वचा से सटाकर रखा जाएगा और यह नमी के जरिए खुद अहसास कर लेगा कि बच्चे का लंगोट बदलने की जरूरत है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि यह डिवाइस बच्चों में हृदय गति, तापमान और सांस लेने के तरीके को सही ढंग से माप सकेगा।
डिवाइस यह भी बताएगा कि आपका बच्चा कब खुश है और कब नाराज हो गया है। अमेरिका में बनाए गए उपकरण को ‘एक्जमोबेबी’ नाम दिया गया है और इसका वजन करीब 93 पाउंड (42 किलोग्राम) होगा।