यह मेगा परियोजना वर्ष 2020 तक पूरा होने पर 582 मेगावाट बिजली उत्पन्न कर करोड़ों घरों को बिजली प्रदान करेगी. तस्वीर: प्रतीकात्मक
रबात:
मोरक्को के शाह मोहम्मद छठे ने शनिवार को दुनिया के सबसे बड़े सौर संयंत्र नूर औरजाजेत के चौथे और अंतिम चरण का शुभारंभ किया. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, नूर औरजाजेत चौथा बिजली स्टेशन औरजाजेत प्रांत में स्थित है, जो 7.5 लाख डॉलर से अधिक की फोटोवोल्टिक (पीवी) प्रौद्योगिकी के साथ 1.37 हेक्टेयर (1.37 वर्ग किमी) के क्षेत्र में फैला है. इस बिजली केंद्र के 2018 की पहली तिमाही में शुरू होने की संभावना है. इसे सऊदी अरबिया अक्वा पॉवर ग्रुप के नेतृत्व में मोरक्कन एजेंसी फॉर डेवलपमेंट एनर्जी (एमएएसईएन) और जर्मन डेवलपमेंट बैंक केएफडब्ल्यू के संयोजन से बनाया गया है.
वहीं, इसके पहले केंद्र का संचालन 2016 में शुरू हो गया था, और नूर सोलर कॉम्प्लेक्स के दूसरे व तीसरे बिजली केंद्र का काम भी 76 व 74 प्रतिशत पूरा हो चुका है.
यह मेगा परियोजना वर्ष 2020 तक पूरा होने पर 582 मेगावाट बिजली उत्पन्न कर करोड़ों घरों को बिजली प्रदान करेगी.
यह संयंत्र मोरक्को सौर ऊर्जा कार्यक्रम के एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करता है, जिसका उद्देश्य 2020 तक अक्षय ऊर्जा के माध्यम से अपनी बिजली की जरूरतों को 42 प्रतिशत और 2030 तक 52 प्रतिशत पूरा करना है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
वहीं, इसके पहले केंद्र का संचालन 2016 में शुरू हो गया था, और नूर सोलर कॉम्प्लेक्स के दूसरे व तीसरे बिजली केंद्र का काम भी 76 व 74 प्रतिशत पूरा हो चुका है.
यह मेगा परियोजना वर्ष 2020 तक पूरा होने पर 582 मेगावाट बिजली उत्पन्न कर करोड़ों घरों को बिजली प्रदान करेगी.
यह संयंत्र मोरक्को सौर ऊर्जा कार्यक्रम के एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करता है, जिसका उद्देश्य 2020 तक अक्षय ऊर्जा के माध्यम से अपनी बिजली की जरूरतों को 42 प्रतिशत और 2030 तक 52 प्रतिशत पूरा करना है.
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