लापता पनडुब्बी टाइटन पर अब ऑक्सीजन सप्लाई कुछ घंटे तक की शेष रह गई है, दुनिया भर के बचावकर्मियों ने अब भी पनडुब्बी पर सवार लोगों की जान बचाने की उम्मीद नहीं छोड़ी है. समय के साथ जारी इस रेस में बचावकर्मियों को बहुत देर हो जाने से पहले कोई न कोई सूचना मिलने की पूरी उम्मीद है. इस बीच कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि, पनडुब्बी में सवार पांच लोगों में कुछ लोग उम्मीद से ज्यादा देर तक जीवित रह सकते हैं. दरअसल, ये पनडुब्बी टाइटैनिक जहाज के मलबे को देखने निकली थी, जो लापता हो गई है.
न्यूफाउंडलैंड के हाइपरब्रेमिक मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. केन लेडेज ने बीबीसी को बताया कि, पनडुब्बी पर सवार लोगों में कुछ लोग स्थिति के अनुसार उम्मीद से ज्यादा देर जीवित रह सकते हैं. यह इस बात पर निर्भर करता है कि, उन्हें कितनी ठंड का सामना करना पड़ रहा है और वे ऑक्सीजन बचाने में कितन सफल रहे हैं. उन्होंने कहा कि, अत्यधिक ठंड में ऑक्सीजन की जरूरत बढ़ जाती है. उन्होंने आगे बताया कि, ऑक्सीजन की कमी एक धीमी प्रक्रिया है. यह एकाएक समाप्त नहीं हो जाती है, जैसे मानो लाइट ऑफ कर दिया हो. उन्होंने माना कि प्रत्येक व्यक्ति के लिए यह स्थिति अलग-अलग हो सकती है, इसलिए कुछ लोग ज्यादा समय तक अपनी जान बचा सकते हैं.
इस बीच यूएस कोस्टगार्ड, कनाडियन मिलट्री फ्रेंच वेसल्स और टेलेगाइडेड रोबोट्स पनडुब्बी का पता लगाने में जुटे हैं. टाइटन ओशनगेट कंपनी की पनडुब्बी है, जो पिछले रविवार को समुद्र में लापता हो गई. टाइटन पर सवार लोग टाइटैनिक जहाज का मलबा देखने गए थे. इनमें पाकिस्तानी अरबपति शहजादा दाऊद और उनके बेटे सुलेमान, ब्रिटेन के व्यवसायी हामिश हार्डिंग, पनडुब्बी का संचालन करने वाली कंपनी ओशनगेट के सीईओ स्टॉकटन रश और फ्रेंच एक्सप्लोरर पॉल आनरी नार्जेलेट शामिल हैं.
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