नई दिल्ली:
आर्थिक चिंताओं, लड़ाई झगड़ों, संघर्ष और प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद दुनिया चार साल पहले के मुकाबले आज भी रहने के लिए सबसे खुशहाल जगह है और इसमें इंडोनेशिया, भारत और मैक्सिको के लोग सबसे ज्यादा खुशहाल और संतुष्ट लगते हैं।
दुनिया के 24 देशों में करीब 20,000 लोगों पर किए गए अध्ययन में ये परिणाम सामने आए हैं। जिन लोगों से सवाल पूछे गए उनमें से तीन चौथाई से ज्यादा ने कहा कि वह अपने जीवन से खुश हैं जबकि एक चौथाई ने अपने को ‘बहुत खुश’ बताया।
सर्वेक्षण करने वाली संस्था आईपीएसओएस ग्लोबल के अनुसार वर्ष 2007 के वित्तीय संकट, लड़ाई और संघर्ष तथा अनेक प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद दुनिया आज भी एक खुशहाल स्थल है। सर्वेक्षण के अनुसार दुनियाभर में 22 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि वह ‘बहुत खुश’ हैं और ऐसा कहने वाले लोग इंडोनेशिया, भारत और मैक्सिको में ज्यादा हैं।
दुनिया के 24 देशों में यह सर्वेक्षण किया गया। 10 में से प्रत्येक 8 यानी 77 प्रतिशत ने कहा कि वह अपने जीवन से ‘खुश’ हैं। एक चौथाई (22 प्रतिशत) ने कहा कि वह ‘बहुत खुश’ हैं। खुश और बहुत खुश ही वह पैमाना है जिससे विभिन्न देशों में नागरिकों की खुशहाली में अंतर का पता चलता है।
अध्ययन के अनुसार इंडोनेशिया में सबसे ज्यादा 51 प्रतिशत लोगों ने कहा वह प्रसन्न हैं। सर्वेक्षण में उन्होंने कहा वह ‘बहुत खुश’ हैं। इसके बाद भारत और मैक्सिको का स्थान आता है जहां 43 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि वह ‘बहुत खुश’ हैं। ब्राजील और तुर्की का इस मामले में तीसरा स्थान रहा है जहां 30 प्रतिशत लोगों ने अपनी खुशहाली का इजहार किया है। ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका प्रत्येक में 28 प्रतिशत लोगों ने ही कहा कि वह बहुत खुश हैं।
दुनिया के 24 देशों में करीब 20,000 लोगों पर किए गए अध्ययन में ये परिणाम सामने आए हैं। जिन लोगों से सवाल पूछे गए उनमें से तीन चौथाई से ज्यादा ने कहा कि वह अपने जीवन से खुश हैं जबकि एक चौथाई ने अपने को ‘बहुत खुश’ बताया।
सर्वेक्षण करने वाली संस्था आईपीएसओएस ग्लोबल के अनुसार वर्ष 2007 के वित्तीय संकट, लड़ाई और संघर्ष तथा अनेक प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद दुनिया आज भी एक खुशहाल स्थल है। सर्वेक्षण के अनुसार दुनियाभर में 22 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि वह ‘बहुत खुश’ हैं और ऐसा कहने वाले लोग इंडोनेशिया, भारत और मैक्सिको में ज्यादा हैं।
दुनिया के 24 देशों में यह सर्वेक्षण किया गया। 10 में से प्रत्येक 8 यानी 77 प्रतिशत ने कहा कि वह अपने जीवन से ‘खुश’ हैं। एक चौथाई (22 प्रतिशत) ने कहा कि वह ‘बहुत खुश’ हैं। खुश और बहुत खुश ही वह पैमाना है जिससे विभिन्न देशों में नागरिकों की खुशहाली में अंतर का पता चलता है।
अध्ययन के अनुसार इंडोनेशिया में सबसे ज्यादा 51 प्रतिशत लोगों ने कहा वह प्रसन्न हैं। सर्वेक्षण में उन्होंने कहा वह ‘बहुत खुश’ हैं। इसके बाद भारत और मैक्सिको का स्थान आता है जहां 43 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि वह ‘बहुत खुश’ हैं। ब्राजील और तुर्की का इस मामले में तीसरा स्थान रहा है जहां 30 प्रतिशत लोगों ने अपनी खुशहाली का इजहार किया है। ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका प्रत्येक में 28 प्रतिशत लोगों ने ही कहा कि वह बहुत खुश हैं।