विज्ञापन
This Article is From Dec 20, 2023

ट्रेन में यात्रा के दौरान सिरदर्द से परेशान थी महिला, तभी एक यात्री ने मदद के लिए किया कुछ ऐसा, जो आज के दौर में कोई नहीं करेगा

महिला ने कहा, "बेटा, ये बाम लगा लो या मैं ही लगा लेती हूं और थोड़ा सा दबा देती हूं." इस छोटे लेकिन विचारशील कार्य ने साक्षी पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला.

ट्रेन में यात्रा के दौरान सिरदर्द से परेशान थी महिला, तभी एक यात्री ने मदद के लिए किया कुछ ऐसा, जो आज के दौर में कोई नहीं करेगा
यात्री ने मदद के लिए किया कुछ ऐसा, जो आज के दौर में कोई नहीं करेगा

भारतीय रेलवे (Indian Railways) में एक महिला की कष्टदायक यात्रा एक दयालु साथी यात्री की बदौलत सकारात्मक मोड़ लेते हुए आरामदायक बन गई. एक्स यूजर साक्षी ने माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट पर बताया कि कैसे एक दयालु महिला के व्यवहार ने उसके परेशान दिन को और अधिक सकारात्मक और आसान बना दिया.

पोस्ट में, साक्षी ने बताया कि कैसे सर्वर की खराबी के कारण उसकी ऑनलाइन परीक्षा में देरी हुई, जिसके परिणामस्वरूप उसकी बुक की गई ट्रेन छूट गई. दो घंटे तक फंसी रहने के बाद वह आखिरकार अगली ट्रेन के जनरल कोच में चढ़ गई. गंभीर सिरदर्द और भावनात्मक तनाव से जूझते हुए, साक्षी को ट्रेन में एक महिला मिली जिसने परेशानी में उसकी मदद की.

एक मर्मस्पर्शी इशारे में महिला ने कहा, "बेटा, ये बाम लगा लो या मैं ही लगा लेती हूं और थोड़ा सा दबा देती हूं." इस छोटे लेकिन विचारशील कार्य ने साक्षी पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला, जिससे उसकी चुनौतीपूर्ण यात्रा आसान हो गई.

साक्षी की कहानी सोशल मीडिया पर कई लोगों को पसंद आई, जिससे अप्रत्याशित परिस्थितियों में सहानुभूति और दयालुता की शक्ति के बारे में बातचीत शुरू हो गई.

यह घटना एक प्रेरणा के रूप में कार्य करती है कि जीवन की चुनौतियों के बीच भी मानवीय आत्मा जरूरतमंद लोगों को आराम और सहायता प्रदान करके चमकने की क्षमता रखती है. इस "दयालु महिला" के साथ साक्षी की मुलाकात ने ट्रेन यात्रा की खुशी में उसका विश्वास बहाल कर दिया.
 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com