गूगल मैप (Google Maps) हमें कई बार दिशा बताते हुए दिशाहीन भी कर देता है यानी हमें ऐसी जगह पहुंचा देता है, जहां कोई रास्ता ही न हो. 9 न्यूज के अनुसार, दो जर्मन पर्यटक, फिलिप मायर और मार्सेल शोएने ने गूगल मैप्स के निर्देशों का पालन करने के बाद खुद को ऑस्ट्रेलियाई जंगल में खोया हुआ पाया. वे केर्न्स से बामागा तक जा रहे थे और एक सुदूर गंदगी वाले रास्ते पर पहुंचे जो उन्हें जनता के लिए बंद एक राष्ट्रीय उद्यान में ले गया.
हफ्ते भर तक जंगल में घूमे
न्यूज आउटलेट के अनुसार, उनकी कार सुनसान ट्रैक पर 37 मील चलने के बाद कीचड़ में फंस गई. कोई सेल सेवा नहीं होने और सीमित आपूर्ति के कारण, उन्हें सुरक्षित जगह तक पहुंचने के लिए अपनी गाड़ी को छोड़ने और एक सप्ताह से अधिक समय तक पैदल यात्रा करने के लिए मजबूर होना पड़ा. उन्हें तूफान, गर्मी और कठोर मौसम की स्थिति का सामना करना पड़ा. यहां तक कि उन्हें मगरमच्छ से भरी नदी का सामना करना पड़ा.
खराब मौसम का किया सामना
60 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद उनकी गाड़ी फंस जाने से उन्हें दिक्कत का सामना करना पड़ा. पैदल आगे बढ़ने का प्रयास करते हुए, उन्हें जल्द ही एहसास हुआ कि वे पूरी तरह से उलझ गए हैं. मायर ने कहा, ‘मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मैं किसी फिल्म में हूं, किसी खराब फिल्म की तरह, लेकिन इसका अंत सुखद था.' उन्होंने आगे कहा, "हमने एक आश्रय स्थल बनाने की कोशिश की. लेकिन ये बन न सका, तो हम आसमान के नीचे सो गए. पूरे समय बारिश हो रही थी."
जंगल में खोए इन दो लोगों को वापस कोएन शहर तक पैदल चलने में एक सप्ताह लग गया. इधर गूगल के एक प्रतिनिधि ने कहा कि कंपनी को राहत है कि जर्मन पर्यटक सुरक्षित हैं और उन्होंने बताया कि जांच चल रही है.
आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब Google मैप्स ने यूजर्स को गुमराह किया है. कुछ महीने पहले, कैलिफ़ोर्निया में एक ग्रुप को राजमार्ग से भटका कर गूगल मैप रेगिस्तान में ले गया.
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