
भारत में जहां एक मां अपने बच्चे को बेहद प्यार और दुलार करने के लिए जानी जाती है, वहीं पिता के बारे में ऐसा नहीं, क्योंकि भारतीय पिता बच्चों के साथ अपनी भावनाओं को ज़ाहिर करने में काफी पीछे रहते. लेकिन, इसका मतलब ये नहीं है कि उनके मन में बच्चों के लिए प्रेम नहीं. प्यार तो वो भी बच्चों से मां की तरह ही करते हैं, बस फर्क इतना है कि वो अपनी भावनाओं को ज़ाहिर नहीं कर पाते हैं. ऐसे में जब भी कोई पिता अपने बच्चों से थोड़ा भी अपनी फीलिंग को एक्सप्रेस करते हैं या फिर जताते हैं तो हर किसी का ध्यान उसपर जाता है.
सोशल मीडिया पर ऐसी ही एक पोस्ट वायरल हो रही है जिसमें एक बेटे ने अपने पिता के साथ व्हाट्सएप पर हुई बातचीत को शेयर किया है. जो अपने घर से दूर किसी दूसरे शहर में नौकरी करता है. अपने पिता से मिले व्हाट्सएप मैसेज को शेयर करते हुए, बेटे ने अपने अकाउंट u/ritikkumarz से Reddit पर लिखा: "हमारे माता-पिता अकेले हैं, जबकि हम अपने करियर के लिए दूर हैं." उसके पिता के मैसेज में बस इतना लिखा था: "घर कब आ रहा है." इसके तुरंत बाद एक संदेश आया जिसमें लिखा था: "तेरी याद आ रही है." और अंत में, एक मैसेज जिसमें उन्होंवे बेटे से घर आने का आग्रह किया है, भले ही वह एक दिन के लिए ही क्यों न हो.
अपने पिता के मैसेज का स्क्रीनशॉट पोस्ट करते हुए, Reddit यूजर ने कहा कि वह अपने पिता के मानसिक स्वास्थ्य के लिए चिंतित था और वास्तव में यह नहीं जानता था कि उत्तर कैसे दिया जाए क्योंकि वे केवल एक "जरूरी" विषय पर बात करते थे और उनके बीच बहुत ज्यादा बातचीत नहीं थी.
"ये व्हाट्सएप मैसेज मेरे पिता के हैं. मैं 22 साल का हूँ और उन्होंने पहली बार ऐसा कुछ कहा है. मैं उनका इकलौता बच्चा हूं और नौकरी के लिए दूसरे राज्य में रहता हूं. उनके इन संदेशों के बाद, मैं उनके मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हूं. मुझे नहीं पता कि क्या जवाब दूं. हमारे बीच एक आम पिता-बेटे का रिश्ता रहा है: हम एक-दूसरे से जरूरी बातों के अलावा किसी और विषय पर बात नहीं करते. मैसेज के समय में अंतर मुझे डराता है, लगता है उस समय वह क्या सोच रहे होंगे. कृपया दोस्तों, अपने माता-पिता का ख्याल रखें."
Our parents are lonely while we are away for our career
byu/ritikkumarz inindiasocial
यह पोस्ट तुरन्त ही सबरेडिट पर मौजूद अन्य देसी साथियों को पसंद आ गई, जिन्होंने तुरंत ही यूजर को सलाह देनी शुरु कर दी. एक यूजर ने लिखा, "भाई, इतना मत सोचो, बस इतना कह दो कि मैं आ रहा हूँ.. और प्लीज एक बार मिल ले उनको भी अच्छा लगेगा और तेरे को भी." एक अन्य यूजर ने बताया कि उन्हें घर की बहुत याद आ रही थी और उन्होंने आखिरी समय में अपने नियोक्ता को छुट्टी लेने के बारे में सूचित किया, जिसे कंपनी ने अच्छी तरह से स्वीकार नहीं किया. आखिरी समय में छुट्टी के लिए किया गया अनुरोध कंपनी को पसंद नहीं आया.
"मैंने अपना सामान पैक किया, बस पकड़ी और घर के लिए निकल पड़ा. ऑफिस को एक ईमेल भेजा कि मुझे घर पर एक ज़रूरी काम करना है, और मैं चला गया. अगले दिन, एचआर ने मुझे फ़ोन किया और इतने कम समय में छुट्टी के अनुरोध पर कुछ ज़्यादा ही हरकत कर रहा था. मैंने उसे बताया कि मुझे घर आना है क्योंकि मेरे माता-पिता मुझसे मिलना चाहते हैं और पिछले 6 महीने से मैं घर नहीं गया हूं. उसने कहा कि यह इतना ज़रूरी नहीं था, इससे मैं इतना नाराज़ हो गया कि मैंने कंपनी से इस्तीफ़ा दे दिया. हालांकि प्रबंधन ने माफ़ी मांगी और एचआर को बाद में परेशानी हुई, उन्होंने मुझसे अपना इस्तीफ़ा वापस लेने के लिए कहा और इसलिए मैंने ऐसा किया."
Comment
byu/ritikkumarz from discussion
inindiasocial
कई कामकाजी पेशेवर, जो जाहिर तौर पर घर से दूर रह रहे हैं, उन्होंने भी अपने माता-पिता से मिले मैसेज साझा किए. दूसरे यूजर ने लिखा, "यही कारण है कि मैं आभारी हूं कि मुझे अपने होमटाउन में नौकरी मिल गई. मैं अपनी मां और बहन से हर रोज़ मिल पाऊंगा."
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