इंसानों के इतिहास को देखें को ऐसा कहा जाता है कि इंसान पहले बंदर थे. आदिमानव की लंबी पूंछ होती थी लेकिन समय के साथ ये पूंछ गायब हो गई और इंसान को अपना वर्तमान रूप मिला. ऐसे में अगर आज कोई इंसान पूंछ के साथ जन्म लेता है तो इसे कुछ लोग चमत्कार मानते हैं तो वहीं कुछ इसे शारीरिक त्रुटि की तौर पर भी देखते हैं. बीते साल तेलंगाना के यादाद्री जिले में ऐसा ही एक मामला सामने आया था.
15 सेंटीमीटर की हो गई थी पूंछ
पिछले अक्टूबर में याद्रादी जिले में एक गृहिणी के घर एक बच्चे का जन्म पूंछ के साथ हुआ था. जब वह तीन महीने का हुआ, तब तक उसकी पूंछ 15 सेंटीमीटर बढ़ गई थी. पूंछ पीठ के निचले हिस्से से जुड़ी हुई थी और शरीर के बाहर दिखाई दे रही थी. हालांकि अब एक सर्जरी की मदद से उस बच्चे की पूंछ को हटा दिया गया है.
दुर्लभ स्थिति
यादाद्री जिले के बीबीनगर एम्स अस्पताल के डॉक्टरों ने एक जटिल सर्जरी की और बच्चे की पूंछ को हटा दिया. दरअसल, इस बच्चे का जन्म वेस्टिजियल टेल (Vestigial Tail) नामक एक दुर्लभ स्थिति (Rare Condition) के साथ हुआ था. इस स्थिति में पीठ के निचले हिस्से से एक छोटी हड्डी जैसी संरचना निकलती है. यह स्थिति आमतौर पर हर 100,000 जन्मों में से एक में देखी जाती है.
डॉक्टरों ने कहा कि सर्जरी के बाद बच्चा अब स्वस्थ और सामान्य है. उन्होंने यह भी कहा कि बच्चे के माता-पिता पूंछ देखकर हैरान थे और अपने बच्चे के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित थे. हालांकि अब बच्चे के स्वस्थ होने से वह खुश हैं.
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