टोरंटो:
वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि मिर्गी की दवा अल्जाइमर के इलाज में मददगार हो सकती है। यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया का अध्ययन इस परिकल्पना की पुष्टि करता है कि मस्तिष्क की अति उत्तेजना अल्जाइमर की बीमारी में एक महत्वपूर्ण किरदार अदा करती है और मिर्गी में दौरों की तीव्रता को रोकने या कम करने वाली दवा इसके इलाज में सहायक हो सकती है।
पुराने अध्ययनों में, कई समूहों में अल्जाइमर के शुरुआती लक्षणों वाले मरीजों और चूहे जैसे जंतुओं पर मिर्गी की दवा लेवेटायरेसेटम के प्रभावों का दो बार क्लीनिकल ट्रायल किया गया।
नए अध्ययन में यूनिवर्सटी के फैकल्टी ऑफ मेडिसिन में अल्जाइमर शोध में सक्रिय प्रोफेसर डॉक्टर हाकॉन नेगार्ड ने ब्राइवारसेटम का टेस्ट किया, जिसका मिर्गी के इलाज के लिए अब भी क्लीनिकल ट्रायल किया जाता है। उन्होंने बताया कि दोनों दवाओं के नतीजे बेहद मिलते-जुलते हैं।
पुराने अध्ययनों में, कई समूहों में अल्जाइमर के शुरुआती लक्षणों वाले मरीजों और चूहे जैसे जंतुओं पर मिर्गी की दवा लेवेटायरेसेटम के प्रभावों का दो बार क्लीनिकल ट्रायल किया गया।
नए अध्ययन में यूनिवर्सटी के फैकल्टी ऑफ मेडिसिन में अल्जाइमर शोध में सक्रिय प्रोफेसर डॉक्टर हाकॉन नेगार्ड ने ब्राइवारसेटम का टेस्ट किया, जिसका मिर्गी के इलाज के लिए अब भी क्लीनिकल ट्रायल किया जाता है। उन्होंने बताया कि दोनों दवाओं के नतीजे बेहद मिलते-जुलते हैं।