इलेक्ट्रॉनिक नाक चिकित्सकों को दमा का प्रभावी ढंग से इलाज करने में मदद कर सकता है।
एक हालिया अध्ययन के अनुसार, स्वास्थ्य कर्मियों ने पाया कि दमा विभिन्न प्रकार के होते हैं और यह विभिन्न तरीके से मरीजों को प्रभावित करता है।
निष्कर्ष के मुताबिक, इलेक्ट्रॉनिक नाक अस्थमा से पीड़ित बच्चों के विभिन्न उपसमूहों की सफलतापूर्वक पहचान करने में सक्षम है।
नीदरलैंड्स के अकादमिक मेडिकल सेंटर में मुख्य अध्ययनकर्ता पाउल ब्रिंकमैन ने कहा, "दमा को विभिन्न उपसमूहों में विभाजित करने के बाद हम हर मरीज का इलाज ज्यादा प्रभावी तरीके से कर सकते हैं।"
हालांकि, शोधकर्ताओं को इस बात की जानकारी पहले से थी कि इलेक्ट्रॉनिक नाक फेफड़े से संबंधित विभिन्न बीमारियों को समझने में चिकित्सकों की मदद कर सकने में सक्षम हैं।
ब्रिकमैन ने कहा, "दमा से पीड़ित लोगों के बीच सूक्ष्म अंतर को और ज्यादा समझने की यह प्रभावी विधि है।"
यह निष्कर्ष रविवार को म्यूनिख में यूरोपीयन रेस्पाइरेटरी सोसायटी (ईआरएस) इंटरनेशनल कांग्रेस में प्रस्तुत किया गया।
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