प्रतीकात्मक तस्वीर
बीजिंग:
अगली बार जब आपको खांसी हो, तो शहद और नींबू का इस्तेमाल करने के बजाए कुछ चॉकलेट खाइए। समाचार पत्र डेली मेल के मुताबिक यह खांसी के लिए एक कारगर नुस्खा है।
हुल विश्वविद्यालय में हृदय और श्वसन अध्ययन के प्रमुख प्रोफेसर एलिन मोरिस ने कहा, 'चॉकलेट खांसी को रोक सकता है।' प्रोफेसर ने कहा कि अध्ययनों में पाया गया है कि खांसी के मरीज जब चॉकलेट आधारित दवा लेते हैं, तो दो दिन में ही काफी राहत मिलती है।
इससे पहले भी दूसरे अध्ययनों में ऐसी बात कही जा चुकी है। लंदन के इंपीरियल कॉलेज के शोधार्थियों ने पाया कि कोकोआ में पाया जाने वाला एक अल्केलॉइड थियोब्रोमिन खांसी को कोडीन से बेहतर तरीके से रोक सकता है। कोडीन खांसी की दवा में पाया जाने वाला एक आम यौगिक है।
आखिर खांसी में चॉकलेट से आराम क्यों मिलता है?
शोधार्थियों का दावा है कि कोकोआ का गुण शांति देने वाला या स्निग्धकारी होता है। इसका मतलब यह है कि यह सूजन और खरास में आराम पहुंचाता है। खास तौर से इसका कारण यह है कि यह कफ सीरप की तुलना में अधिक अच्छी तरह से चिपकता है और बेहतर लेप का काम करता है, जिससे कंठ में नस की सिरा को सुरक्षा मिलती है। यह सिरा ही हमें खांसने के लिए मजबूर करता है।
हुल विश्वविद्यालय में हृदय और श्वसन अध्ययन के प्रमुख प्रोफेसर एलिन मोरिस ने कहा, 'चॉकलेट खांसी को रोक सकता है।' प्रोफेसर ने कहा कि अध्ययनों में पाया गया है कि खांसी के मरीज जब चॉकलेट आधारित दवा लेते हैं, तो दो दिन में ही काफी राहत मिलती है।
इससे पहले भी दूसरे अध्ययनों में ऐसी बात कही जा चुकी है। लंदन के इंपीरियल कॉलेज के शोधार्थियों ने पाया कि कोकोआ में पाया जाने वाला एक अल्केलॉइड थियोब्रोमिन खांसी को कोडीन से बेहतर तरीके से रोक सकता है। कोडीन खांसी की दवा में पाया जाने वाला एक आम यौगिक है।
आखिर खांसी में चॉकलेट से आराम क्यों मिलता है?
शोधार्थियों का दावा है कि कोकोआ का गुण शांति देने वाला या स्निग्धकारी होता है। इसका मतलब यह है कि यह सूजन और खरास में आराम पहुंचाता है। खास तौर से इसका कारण यह है कि यह कफ सीरप की तुलना में अधिक अच्छी तरह से चिपकता है और बेहतर लेप का काम करता है, जिससे कंठ में नस की सिरा को सुरक्षा मिलती है। यह सिरा ही हमें खांसने के लिए मजबूर करता है।
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