प्रतीकात्मक तस्वीर
चीन में मौजूद सबसे पुराने बौद्ध मंदिर को लेकर सरकार की योजना है कि अब इसका विस्तार किया जाए। यह मंदिर चीन के हेनान प्रांत में है। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब इसका विस्तार किया जा रहा है। लेकिन, सन 1555 के बाद यह पहली बार है कि इसके एक्सपेंशन पर इस बड़े स्तर पर काम किया जाना है।
ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, 1900 साल से अधिक पुराना बाइमा मंदिर (वाइट हॉर्स मंदिर) चीन का पहला बौद्ध मंदिर है और इसे 'चीनी बौद्ध धर्म का पालना' माना जाता है।
मंदिर में हान राजवंश स्टाइल में डिजाइन 10 हजार बुद्ध की प्रतिमाओं वाले नए हॉल का निर्माण किया जाएगा, जिसका फ्लोर स्पेस 13,891 वर्ग मीटर होगा।
इस मंदिर का पहले भी दो बार विस्तार हो चुका है। पहला विस्तार 685 ईसा पूर्व महारानी वू ने कराया था और दूसरा 1555 ईसा पूर्व मिंग साम्राज्य के सम्राट शिजांग द्वारा किया गया था।
ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, 1900 साल से अधिक पुराना बाइमा मंदिर (वाइट हॉर्स मंदिर) चीन का पहला बौद्ध मंदिर है और इसे 'चीनी बौद्ध धर्म का पालना' माना जाता है।
मंदिर में हान राजवंश स्टाइल में डिजाइन 10 हजार बुद्ध की प्रतिमाओं वाले नए हॉल का निर्माण किया जाएगा, जिसका फ्लोर स्पेस 13,891 वर्ग मीटर होगा।
इस मंदिर का पहले भी दो बार विस्तार हो चुका है। पहला विस्तार 685 ईसा पूर्व महारानी वू ने कराया था और दूसरा 1555 ईसा पूर्व मिंग साम्राज्य के सम्राट शिजांग द्वारा किया गया था।
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