
इस दुनिया में जहां हर कोई एक जैसा हो जाना चाहता है, धनंजय चक्रवर्ती का फितूर उन्हें काफी अलग बना गया है. चार पांच साल से अपनी इस प्राइवेट अंबेसडर को चला रहे हैं. कोलकाता के नामी गिरामी कार्टूनिस्टों ने इस पर कार्टून बनाए हैं. इसे कार्टूनकार का नाम दिया गया है. कार के ऊपर घास की खेती चल रही है. कार के भीतर पीछे की सीट के ऊपर छोटे छोटे गमले रखे हैं. अंदर का माहौल भी काफी रंगनी है. रवीश कुमार ने फेसबुक पर धनंजय चक्रवर्ती का जिक्र किया है.

अंग्रेज़ी में लिखा था बापी ग्रीन टैक्सी. ये वाली प्राइवेट कार है. बाकी एक या दो कारें टैक्सी में चलती हैं जिनकी छत पर घास उगी है. फूल खिले हैं. धनंजय की टेक्सी में जब भी बच्चे बैठते है तो वह उन्हें कॉमिक दे देते है और जब बड़े बैठते हैं.

सफेद रंग की यह अंबेसडर पूरे हिन्दुस्तान में इकलौती कार होगी जो हरियाली को अपने सर पर लिए घूम रही है. धनंजय खुद कार चला रहे थे. बातचीत के बाद अपना कार्ड भी दिया. उन्होंने फेसबुक पर 'बापी ग्रीन टैक्सी' नाम से पेज तैयार कर रखा है. जहां उन्होंने रवीश कुमार को धन्यवाद दिया.
अंग्रेज़ी में लिखा था बापी ग्रीन टैक्सी. ये वाली प्राइवेट कार है. बाकी एक या दो कारें टैक्सी में चलती हैं जिनकी छत पर घास उगी है. फूल खिले हैं. धनंजय की टेक्सी में जब भी बच्चे बैठते है तो वह उन्हें कॉमिक दे देते है और जब बड़े बैठते हैं.

उनका मानना है कि गाहक का ज्यादा ध्यान मोबाइल पर न रहे. जिनको उनकी टैक्सी में बुक या कॉमिक्स पसंद आ जाती है तो ग्राहक उनसे आधे रेट में खरीद लेते हैं. धनंजय की ये टैक्सी 'बप्पी ग्रीन टैक्सी' (Bapi Green Taxi) के नाम से सोशल मीडिया पर पॉपुलर है, जो बेहद लोकप्रिय है.
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