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This Article is From Jan 08, 2020

#BoycottChhapaak के बाद दीपिका पादुकोण के सपोर्ट में आए लोग, फिल्म के टिकट कर रहे हैं स्पॉन्सर

इस अकाउंट को हैंडल करने वाले रमित वर्मा ने एनडीटीवी को बताया कि उन्होंने ट्विटर पर #BoycottChhapaak को ट्रेंड होता देख फिल्म की टिकट स्पॉन्सर करने का फैसला किया.

#BoycottChhapaak के बाद दीपिका पादुकोण के सपोर्ट में आए लोग, फिल्म के टिकट कर रहे हैं स्पॉन्सर
दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक 10 जनवरी को सिनेमा घरों में रिलीज हो रही है.
नई दिल्ली:

बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) मंगलवार को जवारहलाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University) में पहुंची थीं. दीपिका, जेएनयू में रविवार को हुई हिंसा के शिकार हुए छात्र और शिक्षकों का समर्थन करने के लिए आई थीं. दीपिका के जेएनयू (JNU) जाने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर आने के बाद कई लोग उनके समर्थन और विरोध में ट्वीट करने लगे. इस वजह से सोशल मीडिया पर #BoycootChhapaak, #ISupportDeepika और #ChhapakDekhoTapaakSe जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं.

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हालांकि, 'छपाक' को बॉयकॉट किए जाने के बीच अब दीपिका के समर्थक में उनकी फिल्म को स्पॉन्सर करने की जिम्मेदारी ले रहे हैं और लोगों को मुफ्त में टिकट दे रहे हैं. बता दें, दीपिका पादुकोण की यह फिल्म शुक्रवार को रिलीज हो रही है. दीपिका के समर्थन में एक यूजर ने ट्वीट करते हुए लिखा, ''हम, किसी भी वंचित बच्चों के एनजीओ के लिए 'छपाक' के 100 टिकट स्पॉन्सर कर रहे हैं''. इसके साथ उन्होंने लिखा, ''अंध-भक्तों को ''छपाक'' का विरोध करने दो लेकिन हम हर बहादुर भारतीय के काम को बढ़ावा देंगे ताकि वह बाहर आए और भारतीय लोकतंत्र को बचाने के लिए अपनी बात रख सके''. 

इस अकाउंट को हैंडल करने वाले रमित वर्मा ने एनडीटीवी को बताया कि उन्होंने ट्विटर पर #BoycottChhapaak को ट्रेंड होता देख फिल्म की टिकट स्पॉन्सर करने का फैसला किया है. रमित वर्मा ने कहा, ''यह बहुत निराशाजनक है क्योंकि उन छात्रों के लिए खड़ा होने वाला हर व्यक्ति बहुत साहसी है, जिन्हें सीधे तौर पर संस्थानों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है''. उन्होंने कहा, ''मुझे लगा कि दीपिका का समर्थन करने के लिए यह एक अच्छा तरीका है क्योंकि उन्होंने बहुत साहस के साथ देश का ध्यान इन छात्रों पर केंद्रित करने की कोशिश की है''. 

इसके आगे उन्होंने कहा कि उन्हें अब तक 50 एनजीओ के मेल आ चुके हैं और अब वह इनमें से किसी एक का चयन करेंगे. वहीं एक अन्य ट्विटर यूजर अरुण अरोड़ा ने भी 'छपाक' के 100 टिकट एनजीओ को देने का ऐलान किया है. इस बारे में एनडीटीवी से बात करते हुए अरुण ने कहा कि उनसे अब तक 4 से 5 संस्थानों ने संपर्क किया है. अरुण ने कहा, उन्होंने 'छपाक' के टिकट स्पॉन्सर करने का फैसला तब लिया जब बीजेपी द्वारा बॉयकॉट 'छपाक' शुरू किया गया. उन्होंने कहा, ''मैं चाहता हूं कि लक्ष्मी की कहानी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे''. 

वहीं दूसरी तरफ ट्विटर पर कुछ यूजर ने ट्वीट करते हुए बताया कि उन्होंने छपाक की टिकट कैंसिल कर दी है. 

गौरतलब है कि 5 जनवरी को जेएनयू में घुसकर कुछ नकाबपोश युवकों ने छात्रों के साथ मारपीट की थी. इसमें 4 शिक्षक भी घायल हुए हैं. 

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