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This Article is From Dec 18, 2019

32 छात्रों ने मिलकर खोला ढाबा, क्लासमेट की बहन के किडनी ट्रांसप्लांट के लिए दिन रात कर रहे काम

डॉक्टर्स ने ऐश्वर्या को किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) कराने के लिए कहा है. हालांकि, ऐश्वर्या का एक रिश्तेदार उसे किडनी देने के लिए तैयार है लेकिन इस ऑपरेशन के लिए 20 लाख रुपये की जरूरत है.

32 छात्रों ने मिलकर खोला ढाबा, क्लासमेट की बहन के किडनी ट्रांसप्लांट के लिए दिन रात कर रहे काम
श्री गोकुलम केटरिंग कॉलेज के छात्रों ने क्लासमेट की बहन के इलाज के लिए खोला है ढाबा. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
नई दिल्ली:

हमेशा कहा जाता है दोस्त वही होता है जो मुसीबत में काम आता है. पढ़ाई में मदद करने से लेकर माता-पिता से कहीं बाहर जाने की परमिशन लेने तक दोस्त हर जगह साथ देते हैं. कोई भी परिस्थिति हो लेकिन एक सच्चा दोस्त हमेशा आपका साथ देता है. कई बार दोस्त मदद के लिए ऐसा कर देते हैं जिसे देख आप भी हैरान रह जाते हैं. इसी तरह का एक मामला केरल से सामने आया है. 

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दरअसल, केरल के श्री गोकुलम केटरिंग कॉलेज के छात्रों ने अपने क्लासमेट अरोमल की बहन की जिंदगी बचाने के लिए एक ढाबा शुरू किया है. द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, अरोमल की 23 साल की बहन ऐश्वर्या रेनल फेलीयर ( इस स्थिति में किडनी अपशिष्ट पदार्थों को बाहर नहीं निकाल पाती और शरीर के इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को नहीं बना पाती) से पीड़ित है.

इस वजह से डॉक्टर्स ने ऐश्वर्या को किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) कराने के लिए कहा है. हालांकि, ऐश्वर्या का एक रिश्तेदार उसे किडनी देने के लिए तैयार है लेकिन इस ऑपरेशन के लिए 20 लाख रुपये की जरूरत है. ऐश्वर्या के पिता के मुताबिक उनके पास थालान्डू, पाला में जितनी भी जमीन थी उसे बेच दिया ताकि वो अपनी बेटी के ट्रांसप्लांट के लिए रुपये जमा कर पाएं. अरोमल ने बताया, ''फिलहाल ऐश्वर्या का इलाज कोटायम मेडिकल कॉलेज में चल रहा है लेकिन उसे ट्रांसप्लांट के लिए एर्नाकुलम के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करना पड़ेगा''. 

अरोमल की बहन की मदद के लिए श्री गोकुलम केटरिंग कॉलेज के छात्रों ने नेशनल हाइवे के नजदीक एक खाने का स्टॉल शुरू किया है. श्री गोकुलम केटरिंग कॉलेज के 32 छात्रों ने इसके लिए एक-एक से 700 रुपये लिए और जोड़े गए रुपयों से यह स्टॉल शुरू किया. इस खाने के स्टॉल को चलाने के लिए उन्होंने बैच बनाए ताकि सब अपनी पढ़ाई भी ध्यान दे सकें. यहां पर सभी छात्र मुख्य रूप से डोसा, पराठा, ऑमलेट, बीफ करी और चिकन करी सर्व करते हैं और इससे जितनी भी कमाई होती है उसे ऐश्वर्या के इलाज के लिए जोड़ते हैं.

अरोमल के क्लासमेट अश्विन ने कहा, ''हमे जैसे ही उसकी स्थिति के बारे में पता चला तो हमने तय किया कि हम सब मिलकर ऐश्वर्या के इलाज के लिए पैसे इकट्ठा करेंगे. इसलिए हमने इस खाने के स्टॉल ''थाटूकाडा'' (thattukada) की शुरुआत की. अश्विन ने आगे कहा, यह एक सही फैसला था क्योंकि इससे हम रोजाना 4 से 5 हजार तक प्रोफिट कमा लेते हैं''. 

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