सना (यमन):
यमन के सुरक्षा बलों ने राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह की ओर से महिलाओं पर किए गए कटाक्ष का विरोध कर रहे हजारों प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं। हजारों की संख्या में राजधानी की सड़कों पर जुटे महिला और पुरुष प्रदर्शनकारियों ने सालेह की ओर से महिलाओं के रैलियों में भाग लेने के मुद्दे पर किए गए कटाक्ष पर विरोध प्रदर्शन करते हुए उनसे सत्ता छोड़ने की मांग की। सालेह ने शुक्रवार को कहा था कि प्रदर्शनों में महिलाओं और पुरुषों का एक साथ शामिल होना इस्लामिक कानून का उल्लंघन है। उनके खिलाफ हो रहे इस प्रदर्शन ने विरोधी पक्ष को एक बार फिर सालेह को घेरने का मौका दे दिया है। सालेह के खिलाफ प्रदर्शनों का नेतृत्व कर रहे एक युवा संगठन ने रविवार को बड़े स्तर पर प्रदर्शन का आयोजन किया था। इसे सम्मान और गरिमा' के दिन के रूप में मनाया गया। इसी साल जनवरी में एक विश्वविद्यालय में पहली बार एक महिला ने सालेह के खिलाफ प्रदर्शन का झंडा उठाया था, मगर मार्च में ही इस आंदोलन में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लेना शुरू किया। इस्लामिक परंपराओं और रूढ़िवादी समाज में इस तरह महिलाओं का सामने आना बहुत बड़ी बात है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं और आंसू गैस के गोले दागे। घायल प्रदर्शनकारियों का इलाज कर रहे एक डॉक्टर मोहम्मद अल-अबाही ने कहा कि कम से कम 30 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से दो को गोली लगी है।
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