इस्राइल के तीन लापता किशोरों का शव बरामद किए जाने के बाद दुनियाभर के नेताओं ने उनकी हत्या की निंदा की है।
इस्राइल के तीन किशोर, 19 वर्षीय इयाल यिफ्राक, 16 वर्षीय नाफताली फ्रैंकेल और 12 वर्षीय गिलाद शायेर 12 जून से ही लापता थे। इस्राइली सुरक्षा बलों ने सोमवार शाम उनके शव पश्चिमी तट के जुदियन हिल्स में हेब्रॉन शहर के पास से बरामद किया। इस्राइल ने फिलीस्तीनी संगठन हमास पर इन किशोरों के अपहरण और हत्या का आरोप लगाया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने किशोरों की हत्या की निंदा करते हुए कहा, अमेरिका निर्दोष युवकों के खिलाफ इस मूर्खतापूर्ण आतंकी कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा करता है। एक पिता के रूप में मेरे लिए यह समझ पाना मुश्किल है कि इन बच्चों के अभिभावकों को कितनी तकलीफ होगी। दुख की इस घड़ी में एक मित्र के रूप में अमेरिका इस्राइली नागरिकों के साथ है।
'बीबीसी' के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की-मून ने कहा, इस तरह नागरिकों की सोची-समझी हत्या को किसी भी तरह जायज नहीं ठहराया जा सकता। शांति के दुश्मनों के इस घृणित कृत्य का उद्देश्य विभाजन एवं अविश्वास तथा संघर्ष को और अधिक बढ़ाना है। उन्हें इसमें सफल नहीं होने देने चाहिए।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा कि वह इन हत्याओं से 'बेहद दुखी' हैं। उन्होंने इसे 'युवाओं के खिलाफ आतंकवादियों का निर्मम एवं अक्षम्य कृत्य' करार दिया।
ब्रिटेन की लेबर पार्टी के नेता एड मिलीबैंड ने ट्विटर पर लिखा, इयाल यिफ्राक, नाफताली फ्रैंकेल और गिलाद शायेर की हत्या नृशंस है। हम इस आतंकवादी कृत्य की भर्त्सना करते हैं।
इस्राइल में ऑस्ट्रेलिया के राजदूत देव शर्मा ने ट्विटर पर लिखा, तीन अपहृत युवकों का शव बरामद होने का समाचार पाकर स्तब्ध, दुखी और क्रोधित हूं। हत्याओं की पूरे दिल से निंदा करता हूं।
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