जेएएमए ऑप्थैल्मोलॉजी (JAMA Ophthalmology) में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, दो साल से एक महिला की आंख में रह रहे एक दुर्लभ परजीवी (Parasite)को डॉक्टरों ने निकाला है. यह संभावित रूप से दूषित मगरमच्छ के मांस खाने की वजह से महिला की आंखों में पहुंचा.
रिपोर्ट के अनुसार, कॉन्गो के बासनकुसु की 28 वर्षीय महिला की बाईं आंख में मास बढ़ गया था. उसे दिखाई देने वाली गांठ के अलावा कोई अन्य लक्षण आंख पर महसूस नहीं हुआ. जांच करने पर, डॉक्टरों को कंजंक्टिवा, आंख की स्पष्ट बाहरी परत के नीचे एक गतिशील द्रव्यमान मिला. सर्जरी से लगभग 0.4 इंच (10 मिलीमीटर) आकार का एक पीले रंग का सी-आकार का लार्वा सामने आया.
महिला ने कभी भी सांपों को छूने से इनकार कर दिया, जिससे डॉक्टरों को स्रोत के रूप में मगरमच्छ के मांस पर संदेह हुआ. डॉक्टरों ने देखा कि महिला नियमित रूप से मगरमच्छ का मांस खाती थी. हालांकि मगरमच्छ का मांस खाने वाले लोगों में आर्मिलिफर ग्रैंडिस संक्रमण का कोई पिछला मामला सामने नहीं आया है, लेकिन यह स्थापित है कि मगरमच्छ पेंटास्टोमिड ले जा सकते हैं.
नतीजतन, यह अनुमान लगाया जा सकता है कि संक्रमण परजीवी अंडे युक्त मगरमच्छ के मांस को खाने से हो सकता है. यह मामला आर्मिलिफर ग्रैंडिस के लिए संभावित नए संचरण मार्ग (new transmission pathway) का प्रतिनिधित्व करता है. इसके अलावा, डॉक्टरों ने एक और संभावना जताई कि सांप का मांस बेचने वाले बाजार के स्टालों से दूषित मांस आया होगा.
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