असीम मुनीर की नए सेना प्रमुख के पद पर तैनाती, "उनकी योग्यता, कानून और संविधान के अनुसार" है :- शहबाज़ सरकार
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Ex Pm Imran Khan) ने मांग की थी कि पाकिस्तान में जल्द ही नए आम चुनाव कराए जाएं और उसके बाद जो सरकार बने, वह नए सेना प्रमुख की नियुक्ति करे. उन्होंने मौजूदा सेना प्रमुख बाजवा (Bajwa) को एक और सेवा विस्तार देने की सलाह भी दी थी.लेकिन मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ (PM Shehbaz Sharif) ने यह प्रस्ताव ठुकरा दिया था.
पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख के बारे में यह हैं 10 बड़ी बातें :-
- लेफ्टिनेंट-जनरल असीम मुनीर (Lieutenant General Syed Asim Munir) पाकिस्तान के प्रमुख खुफिया अधिकारी रह चुके हैं. रक्षा मंत्रालय ने बताया कि असीम मुनीर, छ साल के कार्यकाल के बाद इस महीने के आखिर में रिटायर हो रहे जनरल कमर जावेद बाजवा का स्थान लेंगे.
- द डॉन न्यूज़ के अनुसार, 23वें आईएसआई (ISI) प्रमुख के तौर पर असीम मुनीर की नियुक्ति हुई थी लेकिन वह इस पद पर केवल 8 महीने टिक सके. तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान के कहने पर उन्हें पद से हटा कर लेफ्टिनेंट-जनरल फैज़ हमीद को ISI प्रमुख बना दिया गया.
- बताया जाता है कि इसी कारण लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर इमरान ख़ान को पसंद नहीं करते हैं और उनकी करीबी जनरल बाजवा और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से अधिक है.
- लेफ्टिनेंट-जनरल के तौर पर लेफ्टिनेंट-जनरल मुनीर का 4 साल का कार्यकाल 27 नवंबर को खत्म हो रहा है और जनरल बाजवा 29 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं. राष्ट्रपति की अनुमति के साथ, जनरल बाजवा के पद से हटने के बाद असीम मुनीर नए सेना प्रमुख बनेंगे.
- लेफ्टिनेंट-जनरल मुनीर की सेना प्रमुख के तौर पर नियु्क्ति ऐसे समय हो रही है जब पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान यह आरोप लगाते रहे हैं कि इस साल की शुरुआत में उनके सत्ता से बेदखल होने के पीछ सेना का हाथ था.
- इमरान खान पाकिस्तान में जल्द आम चुनाव की मांग कर रहे हैं और इमरान खान यह चाहते थे कि नए सेना प्रमुख की नियुक्ति में उनके पसंद के नामों को भी शामिल किया जाए. लेकिन शहबाज़ शरीफ ने इससे साफ मना कर दिया था.
- रक्षा मंत्री ख़्वाजा असिफ़ पत्रकारों के सामने घोषणा की है कि मुनीर की नए सेना प्रमुख के पद पर तैनाती, "उनकी योग्यता, कानून और संविधान के अनुसार" है.
- लेफ्टिनेंट-जनरल असीम पाकिस्तान की घरेलू और अंतरराष्ट्रीय राजनीति में बड़ी भूमिका निभा चुके हैं. मुनीर की नियुक्ति पाकिस्तान के कमजोर लोकतंत्र, पाकिस्तान के भारत और तालिबान के शासन वाले अफगानिस्तान के साथ रिश्तों को प्रभावित कर सकती है. साथ ही चीन और अमेरिका के साथ पाकिस्तान के रिश्तों पर भी असर पड़ सकता है.
- पाकिस्तान में तीन साल के लिए सेना प्रमुख की नियुक्ति की जाती है, लेकिन कई सेना प्रमुखों को सेवा विस्तार मिला है. इस फेहरिस्त में वर्तमान सेना प्रमुख जरनल बाजवा का नाम भी शामिल है, जिन्हें नवंबर 2016 में इस पद पर नियुक्त किया गया था, लेकिन साल 2019 में उन्हें तीन वर्ष के लिए सेवा विस्तार दे दिया गया.
- बुधवार को ही रिटायर हो रहे आर्मी चीफ बाजवा ने कहा था कि सेना का भविष्य में राष्ट्रीय राजनीति में कोई कार्य नहीं होगा. उन्होंने इमरान खान के उन दावों को झूठा बताते हुए खारिज कर दिया था जिसमें उन्होंने अपना तख़्तापलट होने के पीछे अमेरिका का हाथ बताया था.