
- इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि वेस्ट बैंक को शामिल करने वाले बिल में उनका कोई योगदान नहीं था.
- कनेसैट में विपक्ष की ओर से प्रस्तावित बिल राजनीतिक उकसावे का हिस्सा थे, जिनका उद्देश्य विवाद फैलाना था.
- लिकुड पार्टी और धार्मिक गठबंधन ने इन बिलों का समर्थन नहीं किया, जिसके कारण ये बिल आगे नहीं बढ़ पाएंगे.
वेस्ट बैंक पर राजनीति एक बार फिर से गर्मा गई है. अब इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तरफ से साफ कर दिया गया है कि इससे जुड़ा जो भी बिल आया है उसमें उनका कोई हाथ नहीं था. पीएम नेतन्याहू के ऑफिस की तरफ से गुरुवार को कहा गया है कि वेस्ट बैंक को अपने क्षेत्र में शामिल करने के लिए कनेसैट में विपक्ष की तरफ से प्रस्तावित मतदान एक 'जानबूझकर राजनीतिक उकसावे की कार्रवाई' थी जिसका उद्देश्य अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे डी वेंस के इजरायल दौरे के दौरान 'विवाद और मतभेद फैलाना' था.
अनसुलझा मसला वेस्ट बैंक
प्रधानमंत्री कार्यालय ने बयान में कहा कि ये दोनों बिल कनेसैट के विपक्षी सदस्यों द्वारा प्रायोजित किए गए थे. बयान में आगे कहा गया, 'लिकुड पार्टी और धार्मिक पार्टियां (मुख्य गठबंधन सदस्य) इन बिलों के पक्ष में नहीं थीं सिवाय एक असंतुष्ट लिकुड सदस्य के, जिसे हाल ही में कनेसैट समिति की अध्यक्षता से हटा दिया गया है. लिकुड का समर्थन न मिलने के कारण, ये बिल शायद ही आगे बढ़ पाएं.' अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में हमास और इजरायल के बीच दो साल के संघर्ष के बाद एक संघर्षविराम समझौता हुआ है. इसके तहत इस महीने की शुरुआत में हमास की तरफ से रखे गए बंदियों को रिहा कर दिया गया. हालांकि, वेस्ट बैंक का मुद्दा अभी भी अनसुलझा बना हुआ है.
Prime Minister's Office:
— Benjamin Netanyahu - בנימין נתניהו (@netanyahu) October 23, 2025
The Knesset vote on annexation was a deliberate political provocation by the opposition to sow discord during Vice President JD Vance's visit to Israel.
The two bills were sponsored by opposition members of the Knesset.
The Likud party and the…
तो अमेरिका वापस ले लेगा समर्थन
ट्रंप ने बार-बार कहा है कि इजरायल वेस्ट बैंक को अपने क्षेत्र में शामिल नहीं करेगा. टाइम मैगजीन में गुरुवार को आए एक इंटरव्यू में जो 15 अक्टूबर की बातचीत पर आधारित था, उन्होंने बताया कि उन्होंने अरब देशों को भरोसा दिया है कि यदि इजरायल एननेक्शन की कोशिश करता है, तो अमेरिका अपना समर्थन वापस ले लेगा. ट्रंप ने कहा, 'यह नहीं होगा क्योंकि मैंने अरब देशों को अपनी बात दी है. अब आप ऐसा नहीं कर सकते. हमें अरब देशों का बहुत समर्थन मिला है. यह नहीं होगा क्योंकि मैंने अरब देशों को अपनी बात दी है. ऐसा होने पर इजरायल अमेरिका से अपना सारा समर्थन खो देगा.'
वेंस बोले, मूर्खतापूर्ण स्टंट
वहीं अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने इजरायल छोड़ने से पहले तेल अवीव के एयरपोर्ट पर कनेसैट में वेस्ट बैंक को शामिल करने के मतदान को 'बहुत ही मूर्खतापूर्ण राजनीतिक स्टंट' बताया. वेंस नेकहा कि उन्होंने इसे व्यक्तिगत रूप से अपमान के रूप में लिया. साथ ही स्पष्ट किया कि ट्रंप प्रशासन की नीति यह है कि वेस्ट बैंक को इजरायल की तरफ से शामिल नहीं किया जाएगा.'
इससे पहले, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भी इस कदम की आलोचना की थी और चेतावनी दी थी कि यह गाजा में अमेरिका की अस्थिर संघर्षविराम योजना को खतरे में डाल सकता है. वहीं फिलिस्तीनी अधिकारियों ने कनेसैट में वेस्ट बैंक को शामिल करने के मतदान की कड़ी निंदा की है. अधिकारियों ने कहा है कि इजरायल का वेस्ट बैंक पर कोई संप्रभुता अधिकार नहीं है. यह क्षेत्र 1967 से इजरायल के कब्जे में है और फिलिस्तीनी इसे एक भविष्य के आजाद देश का हिस्सा मानते हैं.
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