जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के खिलाफ ब्रिटिश पाकिस्तानी समूहों के नेतृत्व में हजारों प्रदर्शनकारी यहां भारतीय उच्चायोग के सामने एकत्र हुए और इस दौरान हुयी झड़प के बाद दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. ‘‘कश्मीर फ्रीडम मार्च'' मंगलवार को यहां पार्लियामेंट स्कावयर से शुरू हुआ और इंडिया हाउस की ओर बढ़ा. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने भारत विरोधी नारे लगाए. उन्होंने भारत विरोधी तख्तियां भी ले रखी थीं. स्काटलैंड यार्ड पुलिस ने कहा कि प्रदर्शन पर नजर रखने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि आपराधिक नुकसान के लिए दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. लंदन के मेयर सादिक खान ने झड़पों को अस्वीकार्य आचरण बताया और पुलिस से ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा.
कश्मीर को लेकर अब ब्रिटेन की तरफ से आया बयान, 'वहां अगर मानवाधिकारों का उल्लंघन हुआ हो तो...'
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस अस्वीकार्य आचरण की निंदा करता हूं और कार्रवाई के लिए पुलिस के समक्ष यह मुद्दा उठाया है.'' ब्रिटेन की विपक्षी पार्टी लेबर पार्टी के बर्मिंघम से सांसद लियाम बाइर्न ने कश्मीर मुद्दे को लेकर आनलाइन याचिका शुरू की है और उन नेताओं में से एक हैं जिन्होंने कल हुए प्रदर्शन का समर्थन किया है. भारतीय मूल के सांसद शैलेश वारा ने हाउस आफ कामंस में यह मुद्दा उठाया और विदेश मंत्री डोमिनिक राब से इस घटना की निंदा करने का आग्रह किया. ब्रिटेन के विदेश मंत्री राब ने कहा कि कोई भी हिंसा निंदनीय है. इस देश में या कहीं भी किसी समुदाय के खिलाफ हिंसा नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें तनाव कम करने का प्रयास करना चाहिए.
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