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This Article is From Aug 25, 2013

रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल कड़ी कार्रवाई के लायक : अमेरिका, ब्रिटेन

रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल कड़ी कार्रवाई के लायक : अमेरिका, ब्रिटेन
वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने टेलीफोन पर बातचीत करने के बाद कहा कि सीरिया के असद शासन द्वारा नागरिकों के खिलाफ रासायनिक हमला अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से ‘कड़ी कार्रवाई’ के लायक होगा।

इस बीच, अमेरिकी नौसैन्य बलों का सीरिया की तरफ बढ़ना जारी है, क्योंकि ओबामा प्रशासन ने सीरिया में उन जगहों पर संभावित सैन्य हस्तक्षेप के विकल्पों पर विचार किया है जहां असद शासन द्वारा रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किए जाने से बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं।

ओबामा ने शनिवार को शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के साथ सिचुएशन रूम बैठक में स्थिति पर विचार करने के बाद कैमरन को फोन किया, जबकि उनके विदेशमंत्री जॉन केरी ने क्षेत्र तथा विश्व के अपने समकक्षों से संपर्क साधा।

ओबामा के साथ फोन पर 40 मिनट तक हुई बातचीत के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री के कार्यालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने दोहराया कि रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से ‘कड़ी कार्रवाई’ के लायक होगा तथा दोनों ने अधिकारियों को सभी विकल्पों पर विचार करने का दायित्व सौंप दिया है।

डाउनिंग स्ट्रीट के प्रवक्ता ने बताया, ‘वे इस बात पर सहमत थे कि रासायनिक हथियारों के उपयोग पर विश्व रोक जारी रखे। उन्होंने इस मुद्दे पर संपर्क बनाए रखने पर भी सहमति जताई।’
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने बताया कि दोनों देश रासायनिक हथियारों के उपयोग को लेकर अपने विरोध पर कायम हैं। ओबामा और कैमरन ने अपने सामने मौजूद सुरक्षा चुनौतियों को भी साझा किया।

प्रवक्ता ने बताया, ‘दोनों नेताओं ने बुधवार 21 अगस्त को दमिश्क के समीप सीरिया प्रशासन द्वारा रासायनिक हथियारों का उपयोग किए जाने की खबर पर गहरी चिंता जताई।’ व्हाइट हाउस ने कहा, ‘राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री इस घटना के संदर्भ में सतत संपर्क बनाए रखेंगे और रासायनिक हथियारों के उपयोग के विरोध में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया भी जारी रहेगी।’

इससे पहले दिन में ओबामा ने सिचुएशन रूम बैठक में सभी विकल्पों पर विचार किया और अमेरिका तथा अंतरराष्ट्रीय समुदाय से प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार रहने का आग्रह किया।

व्हाइट हाउस ने कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों तथा विशेषज्ञों के सहयोग से अमेरिकी खुफिया समुदाय तथ्य एकत्र कर रहा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या हुआ था।’ विदेशमंत्री जॉन केरी ने सीरिया मुद्दे पर प्रमुख वैश्विक और क्षेत्रीय शक्तियों तक पहुंचने के अपनी सरकार के प्रयास तेज कर दिए हैं।

विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केरी ने सीरिया में 21 अगस्त को हुए रासायनिक हमले के सबूतों के सिलसिले में कई फोन किए।

उन्होंने अमीराती विदेश मंत्री अब्दुल्ला बिन जायद, सउदी अरब के विदेश मंत्री सौद अल फैजल के साथ एक एक बार तथा जॉर्डन के विदेश मंत्री नासेर जदेह, तुर्की के विदेश मंत्री अहमद दावुतोग्लु तथा अरब लीग के महासचिव नबील अल अराबी से दो बार बातचीत की।

अधिकारी ने बताया कि सभी के साथ बातचीत में केरी ने तथ्यों का शीघ्र पता लगाने और किसी भी रासायनिक हथियार के उपयोग की स्थिति की गंभीरता पर जोर दिया।

बृहस्पतिवार को केरी ने सीरिया के विदेश मंत्री मुआलिम से बात कर यह स्पष्ट करने को कहा था कि क्या उनका यह दावा सही है कि सीरिया प्रशासन के पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि सीरिया को प्रभावित इलाकों तक जाने के रास्ते बंद करने के लिए हमले तथा सबूत नष्ट करने की कार्रवाई रोक कर तत्काल वहां विशेषज्ञों और जांचकर्ताओं को जाने देना चाहिए।

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