भारत में राजदूत के तौर पर जो बाइडेन की पसंद एरिक गारसेटी को सीनेट कमेटी की मंज़ूरी

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा, "अमेरिका को भारत में राजदूत की ज़रूरत है... राजदूत की गैरमौजूदगी में सेवारत चार्ज डि' अफेयर्स सहित हमारी ज़मीनी टीम ने असाधारण काम किया है..."

भारत में राजदूत के तौर पर जो बाइडेन की पसंद एरिक गारसेटी को सीनेट कमेटी की मंज़ूरी

भारत में राजदूत के अहम पद पर नियुक्ति के लिए लॉस एंजिलिस के पूर्व मेयर एरिक गारसेटी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की पसंद हैं...

अमेरिकी सीनेट की विदेश मामलों की समिति ने लॉस एंजिलिस के पूर्व मेयर एरिक गारसेटी को भारत में राजदूत बनाए जाने के पक्ष में वोट किया है, जो इस अहम पद के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की पसंद हैं, और अब उन्हें अमेरिकी सीनेट में वोटिंग का सामना करना होगा. कमेटी में एरिक गारसेटी के नामांकन को 13-8 के अंतर से मंज़ूरी दी, और इसमें रिपब्लिकन सीनेटरों टॉड यंग तथा बिल हैगर्टी ने समिति में शामिल डेमोक्रेट सदस्यों का साथ दिया.

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा, "आज सीनेट ने एक काम किया है, और हम दिल से इसकी सराहना करते हैं... अमेरिका को भारत में राजदूत की ज़रूरत है... राजदूत की गैरमौजूदगी में सेवारत चार्ज डि' अफेयर्स सहित हमारी ज़मीनी टीम ने असाधारण काम किया है..."

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एरिक गारसेटी के नाम को मंज़ूरी देते हुए समिति ने कहा कि भारत में पूर्णकालिक राजदूत का होना राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है. एरिक के नाम को समिति ने पिछले साल भी मंज़ूरी दी थी, लेकिन उनके कार्यालय में तैनात कुछ स्टाफ सदस्यों के खिलाफ यौन दुराचार के आरोपों के कारण उनकी नियुक्ति नहीं हो पाई थी.

इसी विवाद के चलते दो साल से भारत में अमेरिका का कोई राजदूत नहीं है. प्रमुख पद खाली होने के चलते बाइडेन प्रशासन ने पिछले साल एलिज़ाबेथ जोन्स को दिल्ली स्थित दूतावास में अंतरिम रूप से चार्ज डी' अफेयर्स नियुक्त किया था.

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52-वर्षीय गारसेटी को भारत में राजदूत पद के लिए जुलाई, 2021 में राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा नामित किया गया था, लेकिन उनके नामांकन पर सीनेट में वोटिंग नहीं करवाई गई थी, क्योंकि सत्तारूढ़ डेमोक्रेटों के पास उन्हें जिताने के लिए पर्याप्त समर्थन नहीं था. रिपब्लिकन और मिस्टर गारसेटी की पार्टी के कुछ सदस्यों ने गारसेटी के कार्यकाल के दौरान लॉस एंजिलिस मेयर दफ्तर के कुछ स्टाफ सदस्यों के खिलाफ लगे यौन दुराचार के आरोपों के चलते उनके नामांकन का विरोध किया था.