वॉशिंगटन:
राष्ट्रपति बराक ओबामा और मिट रोमनी के बीच मुकाबला कांटे का हो गया है, क्योंकि जहां एक तरफ रोमनी को अर्थव्यवस्था को लेकर एक मजबूत नेता माना गया है, वहीं ओबामा को मध्यवर्गीय लोगों के अभिभावक के तौर पर देखा गया है। यह जानकारी एक नए सर्वेक्षण में सामने आई है।
न्यूयार्क टाइम्स और सीबीएस के सर्वेक्षण में पाया गया है कि राष्ट्रपति को महिलाओं और अल्पसंख्यक मतदाओं से व्यापक समर्थन प्राप्त है और राष्ट्रीय स्तर पर 48 प्रतिशत सम्भावित मतदाताओं ने उनका समर्थन किया है।
दूसरी ओर रोमनी को निर्दलीयों और पुरुषों में व्यापक समर्थन प्राप्त है और उन्हें इस सर्वेक्षण में 47 प्रतिशत लोगों ने समर्थन दिया है। यह सर्वेक्षण न्यूजर्सी में 29 अक्टूबर को तूफान पहुंचने से ठीक पहले 25-28 अक्टूबर को किए गए थे।
सीबीएस ने कहा है कि अभियान के अंतिम दिनों में ओबामा को राष्ट्रपति के रूप में नेतृत्व प्रदर्शन का एक मौका मिला है, लेकिन उन्हें और रोमनी को चुनाव अभियान के अपने मूल्यवाद दिन भी गंवाने पड़े हैं। ऐसे में हो सकता है सैंडी इस मुकाबले की गति बदल दे।
सर्वेक्षण में पाया गया है कि मतदान में मात्र एक सप्ताह शेष रह गया है, लेकिन 10 प्रतिशत सम्भावित मतदाता अभी भी अनिर्णय की स्थिति में हैं। वे या तो यह कह रहे हैं कि उन्होंने अभी निर्णय नहीं लिया है या फिर यह कि वे मतदान के बारे में अपना मन बदल सकते हैं।
रोमनी के समर्थकों में मतदान को लेकर उत्साह अधिक है। इनमें से 68 प्रतिशत ने कहा है कि वे मतदान को लेकर बहुत रोमांचित हैं।
ओबामा के समर्थकों में 59 प्रतिशत लोगों का कहना है कि वे बहुत रोमांचित हैं। लगभग 10 में से आठ मतदाता अब अभियान पर ज्यादा गौर कर रहे हैं। ओबामा और रोमनी समर्थक ऐसे मतदाताओं की संख्या समान है।
रोमनी, अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर ओबामा से छह बिंदु से आगे हैं, जो कि एक सप्ताह पहले जारी हुए सीबीएस न्यूज/न्यूयार्क टाइम्स के सर्वेक्षण से तीन बिंदु अधिक है।
न्यूयार्क टाइम्स और सीबीएस के सर्वेक्षण में पाया गया है कि राष्ट्रपति को महिलाओं और अल्पसंख्यक मतदाओं से व्यापक समर्थन प्राप्त है और राष्ट्रीय स्तर पर 48 प्रतिशत सम्भावित मतदाताओं ने उनका समर्थन किया है।
दूसरी ओर रोमनी को निर्दलीयों और पुरुषों में व्यापक समर्थन प्राप्त है और उन्हें इस सर्वेक्षण में 47 प्रतिशत लोगों ने समर्थन दिया है। यह सर्वेक्षण न्यूजर्सी में 29 अक्टूबर को तूफान पहुंचने से ठीक पहले 25-28 अक्टूबर को किए गए थे।
सीबीएस ने कहा है कि अभियान के अंतिम दिनों में ओबामा को राष्ट्रपति के रूप में नेतृत्व प्रदर्शन का एक मौका मिला है, लेकिन उन्हें और रोमनी को चुनाव अभियान के अपने मूल्यवाद दिन भी गंवाने पड़े हैं। ऐसे में हो सकता है सैंडी इस मुकाबले की गति बदल दे।
सर्वेक्षण में पाया गया है कि मतदान में मात्र एक सप्ताह शेष रह गया है, लेकिन 10 प्रतिशत सम्भावित मतदाता अभी भी अनिर्णय की स्थिति में हैं। वे या तो यह कह रहे हैं कि उन्होंने अभी निर्णय नहीं लिया है या फिर यह कि वे मतदान के बारे में अपना मन बदल सकते हैं।
रोमनी के समर्थकों में मतदान को लेकर उत्साह अधिक है। इनमें से 68 प्रतिशत ने कहा है कि वे मतदान को लेकर बहुत रोमांचित हैं।
ओबामा के समर्थकों में 59 प्रतिशत लोगों का कहना है कि वे बहुत रोमांचित हैं। लगभग 10 में से आठ मतदाता अब अभियान पर ज्यादा गौर कर रहे हैं। ओबामा और रोमनी समर्थक ऐसे मतदाताओं की संख्या समान है।
रोमनी, अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर ओबामा से छह बिंदु से आगे हैं, जो कि एक सप्ताह पहले जारी हुए सीबीएस न्यूज/न्यूयार्क टाइम्स के सर्वेक्षण से तीन बिंदु अधिक है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं