मनीला:
चीन की बढ़ती हुयी शक्ति से उपजी चिंताओं के बीच अपने सैन्य गठबंधन को मजबूत बनाने के उद्देश्य से सोमवार से हजारों अमेरिकी सैनिक लगभग दो सप्ताह तक फिलीपींस में इस देश के सैनिकों के साथ मिल कर युद्धा5यास करने जा रहे हैं।
‘बलीकातन ’ (कंधे से कंधा मिला कर) अभ्यास एक सालाना युद्धाभ्यास है लेकिन इस साल चीन द्वारा दक्षिण चीन सागर जलक्षेत्र पर दावा किये जाने के बाद कुछ नये अभ्यास विधियों पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा।
इस अभ्यास को लेकर फिलीपींस ने जोर देकर कहा है कि इसे चीन को भड़काने के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। इस अभ्यास में 4,500 अमेरिकी सैनिक और 2,300 फिलिपिंस के सैनिक शामिल होंगे।
बलीकातन के लिए फिलीपींस के सैन्य प्रवक्ता मेजर एमुनल गार्सिया ने बताया कि हमारा निशाना कोई भी देश नहीं है । हमारा उद्देश्य समुद्री सुरक्षा और अपने देशों की रक्षा करना है।
हालांकि गार्सिया ने अमेरिका और फिलीपींस के जहाजों के दक्षिण चीन सागर के जलक्षेत्र में युद्धा5यास की पुष्टि है जबकि फिलीपींस के नेताओं ने बार-बार कहा है कि चीन देश की समुद्री सुरक्षा के लिए मुख्य चिंता का विषय है।
‘बलीकातन ’ (कंधे से कंधा मिला कर) अभ्यास एक सालाना युद्धाभ्यास है लेकिन इस साल चीन द्वारा दक्षिण चीन सागर जलक्षेत्र पर दावा किये जाने के बाद कुछ नये अभ्यास विधियों पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा।
इस अभ्यास को लेकर फिलीपींस ने जोर देकर कहा है कि इसे चीन को भड़काने के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। इस अभ्यास में 4,500 अमेरिकी सैनिक और 2,300 फिलिपिंस के सैनिक शामिल होंगे।
बलीकातन के लिए फिलीपींस के सैन्य प्रवक्ता मेजर एमुनल गार्सिया ने बताया कि हमारा निशाना कोई भी देश नहीं है । हमारा उद्देश्य समुद्री सुरक्षा और अपने देशों की रक्षा करना है।
हालांकि गार्सिया ने अमेरिका और फिलीपींस के जहाजों के दक्षिण चीन सागर के जलक्षेत्र में युद्धा5यास की पुष्टि है जबकि फिलीपींस के नेताओं ने बार-बार कहा है कि चीन देश की समुद्री सुरक्षा के लिए मुख्य चिंता का विषय है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं