अमेरिका (US) ने काबुल (Kabul) के रिहायशी इलाकों पर ड्रोन से हमला (Drone Attack) किया. तालिबान (Taliban) के मुख्य प्रवक्ता ने सोमवार को यह जानकारी दी. रॉयटर्स के अनुसार, तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद (Zabihullah Mujahid) ने एक विज्ञप्ति में कहा कि यह हमला रविवार को हुआ. तालिबान की तरफ से इसे अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों का उल्लंघन बताया गया है. साथ ही तालिबान ने कहा है कि यह 2020 में अमेरिकी सेनाओं की अफगानिस्तान (Afghanistan) से वापसी के लिए हुए समझौते का उल्लंघन भी है. तालिबान ने अमेरिका के जिस हमले का ज़िक्र किया, उसी हमले में अमेरिका (America) ने अलकायदा चीफ अल-जवाहरी (Al-Zawahiri) को मार गिराया है..
एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि 31 जुलाई की सुबह जवाहिरी अपने काबुल स्थित आवास की बालकनी पर अकेले खड़े थे, तभी एक अमेरिकी ड्रोन ने दो हेलफायर दागे. इमारत की स्पष्ट तस्वीरों में एक मंजिल पर खिड़कियां उड़ती हुई दिखाई दे रही हैं, लेकिन अन्य मंजिलों पर खिड़कियों सहित शेष इमारत अभी भी यथावत है.
अधिकारी ने कहा कि जवाहिरी के परिवार के सदस्य घर में मौजूद थे, लेकिन "जानबूझकर उन्हें निशाना नहीं बनाया गया और उन्हें नुकसान नहीं पहुंचाया गया." अधिकारी ने कहा, "हमारे पास इस बात के कोई संकेत नहीं हैं कि इस हमले में नागरिकों को नुकसान पहुंचा है."
मेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने घोषणा की थी कि अमेरिकी ड्रोन हमले में 9/11 हमलों के मास्टरमाइंड अलकायदा प्रमुक अयमान अल जवाहिरी को मार डाला गया है. बाइडेन ने कहा कि न्याय हो गया है और यह आतंकवादी नेता अब नहीं है. टेलीविजन पर संबोधन में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अफगानिस्तान की राजधानी में जवाहिरी को सफलतापूर्वक निशाना बनाया गया. बाइडेन कहा कि जवाहिरी की मौत से 9/11 को अमेरिका में मारे गए 3000 लोगों के परिवारों को न्याय मिला.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने बाद में अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट किया कि ये हमला "अमेरिकी लोगों की रक्षा करने की हमारी क्षमता और संकल्प" को प्रदर्शित करता है.
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