कोलंबो:
श्रीलंका ने देश भर में लंबी अवधि की बिजली कटौती की घोषणा की है, वहीं दूसरी ओर 20 साल के सबसे भीषण बिजली संकट के बाद सरकारी एकाधिकार वाली बिजली उत्पादन कंपनी आपूर्ति बहाल करने के लिए संघर्ष कर रही है।
सिलोन विद्युत बोर्ड का कहना है कि आधे से ज्यादा देश में बिजली आपूर्ति करने वाला चीन द्वारा निर्मित संयंत्र अभी भी काम नहीं कर रहा है। रविवार को सिस्टम में खराबी आने के बाद से ही यह संयंत्र ठप पड़ा हुआ है।
बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया, विद्युत संयंत्र की बहाली में हमें अभी कुछ और दिन लगेंगे और इसका मतलब है कि पूरे देश में बड़े पैमाने पर कटौती की जरूरत पड़ेगी। इस 900 मेगावाट क्षमता वाले विद्युत संयंत्र के शुरू होने तक कई छोटे-छोटे संयंत्रों से आपूर्ति की जा रही है, लेकिन पूरे देश में चौबीसों घंटे की बिजली आपूर्ति उनसे संभव नहीं है।
अधिकारी ने बताया कि देश भर में रोजाना साढ़े सात घंटे की बिजली कटौती होगी। दिन में साढ़े पांच घंटे और रात में दो घंटे। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि यह कटौती कब तक जारी रहेगी। राजधानी कोलंबो के बाहर स्थित वितरण केंद्र में रविवार को हुए विस्फोट की अधिकारी जांच कर रहे हैं। इसी कारण देश में बिजली संकट पैदा हो गया है। बिजली और उर्जा मंत्री ने कहा कि अधिकारियों ने किसी गड़बड़ी की आशंका से इनकार नहीं किया है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
सिलोन विद्युत बोर्ड का कहना है कि आधे से ज्यादा देश में बिजली आपूर्ति करने वाला चीन द्वारा निर्मित संयंत्र अभी भी काम नहीं कर रहा है। रविवार को सिस्टम में खराबी आने के बाद से ही यह संयंत्र ठप पड़ा हुआ है।
बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया, विद्युत संयंत्र की बहाली में हमें अभी कुछ और दिन लगेंगे और इसका मतलब है कि पूरे देश में बड़े पैमाने पर कटौती की जरूरत पड़ेगी। इस 900 मेगावाट क्षमता वाले विद्युत संयंत्र के शुरू होने तक कई छोटे-छोटे संयंत्रों से आपूर्ति की जा रही है, लेकिन पूरे देश में चौबीसों घंटे की बिजली आपूर्ति उनसे संभव नहीं है।
अधिकारी ने बताया कि देश भर में रोजाना साढ़े सात घंटे की बिजली कटौती होगी। दिन में साढ़े पांच घंटे और रात में दो घंटे। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि यह कटौती कब तक जारी रहेगी। राजधानी कोलंबो के बाहर स्थित वितरण केंद्र में रविवार को हुए विस्फोट की अधिकारी जांच कर रहे हैं। इसी कारण देश में बिजली संकट पैदा हो गया है। बिजली और उर्जा मंत्री ने कहा कि अधिकारियों ने किसी गड़बड़ी की आशंका से इनकार नहीं किया है।
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