पीएम मोदी की फाइल फोटो
जोहानिसबर्ग:
दक्षिण अफ्रीका में बसे प्रवासी भारतीयों और भारतीय वंशजों का प्रतिनिधित्व करने वाले सांस्कृतिक समूहों ने अगले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दक्षिण अफ्रीका यात्रा के दौरान उनका भव्य स्वागत करने की योजना बनाई है।
पहली बार किसी विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे भारतीय पीएम
SAWelcomesModi समिति द्वारा आयोजित किए जाने वाले इस कार्यक्रम के तहत भारतीय और अफ्रीकी नृत्य एवं संगीत का एक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित जाएगा। इस समिति द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, 'यह यात्रा दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच खास रिश्तों में एक ऐतिहासिक मोड़ बनेगी।' यह पहली बार है जब एक भारतीय प्रधानमंत्री एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे।
बयान में कहा गया है, 'दक्षिण अफ्रीका का भारत के साथ यह गहरा रिश्ता पांच पीढ़ियों से अधिक पुराना है और यह तब से है, जब दो वैश्विक हस्तियों- महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला ने स्वतंत्रता एवं लोकतंत्र के नए आदर्शों का जन्म दिया। गांधी जी ने एक दशक पहले अंग्रेजों की भेदभाव की दमनकारी नीति के खिलाफ अपना सत्याग्रह अभियान दक्षिण अफ्रीका में शुरू किया और इसे भारत लेकर गए जिससे देश को आजादी मिली। मंडेला ने यह बात स्वीकार की थी कि कैसे गांधी के विचारों का उनके ऊपर प्रभाव पड़ा और दशकों बाद दक्षिण अफ्रीका में लोकतंत्र की स्थापना हुई।'
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
पहली बार किसी विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे भारतीय पीएम
SAWelcomesModi समिति द्वारा आयोजित किए जाने वाले इस कार्यक्रम के तहत भारतीय और अफ्रीकी नृत्य एवं संगीत का एक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित जाएगा। इस समिति द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, 'यह यात्रा दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच खास रिश्तों में एक ऐतिहासिक मोड़ बनेगी।' यह पहली बार है जब एक भारतीय प्रधानमंत्री एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे।
बयान में कहा गया है, 'दक्षिण अफ्रीका का भारत के साथ यह गहरा रिश्ता पांच पीढ़ियों से अधिक पुराना है और यह तब से है, जब दो वैश्विक हस्तियों- महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला ने स्वतंत्रता एवं लोकतंत्र के नए आदर्शों का जन्म दिया। गांधी जी ने एक दशक पहले अंग्रेजों की भेदभाव की दमनकारी नीति के खिलाफ अपना सत्याग्रह अभियान दक्षिण अफ्रीका में शुरू किया और इसे भारत लेकर गए जिससे देश को आजादी मिली। मंडेला ने यह बात स्वीकार की थी कि कैसे गांधी के विचारों का उनके ऊपर प्रभाव पड़ा और दशकों बाद दक्षिण अफ्रीका में लोकतंत्र की स्थापना हुई।'
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