वाशिंगटन:
अमेरिका के कैलीफोर्निया में एक सिख दम्पति को कृपाण रखने के लिए सिनेमा हॉल से बाहर कर दिया गया। सिख दंपति ने इसके बाद सिनेमा हॉल संचालित करने वाली कंपनी एएमसी थिएटर्स से कहा है कि वह उनसे माफी मांगे। एएमसी थिएटर्स ने यह कहते हुए अपने निर्णय को जायज ठहराया है कि उसने अमेरिका और कनाडा में संचालित होने वाले अपने 347 थिएटर्स में किसी भी तरह का हथियार लेकर जाना प्रतिबंधित किया है।
कंपनी का कहना है कि सुरक्षाकर्मियों ने जब पाया कि मनजोत करीब साढ़े पांच इंच की कटार पहने हुए है तो उन्होंने उससे संपर्क किया। ‘हम हमारी नीति पर कायम हैं कि यह मामला हथियार का है न कि धार्मिक स्वतंत्रता था। हमारे अतिथियों की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है और हमें अपनी जिम्मेदारी को बहुत गंभीरता से लेते हैं।’ कंपनी ने कहा, ‘‘हमारी ‘‘कोई हथियार नहीं’’ नीति ग्राहकों को किसी भी तरह का हथियार थिएटर में लेकर जाना प्रतिबंधित करती है। ‘यह राष्ट्रीय नीति हमारे ग्राहकों और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए है।’ हालांकि कैलीफोर्निया के एमरीविले स्थित एएमसी सिनेमाज में रात के समय अपनी पत्नी के साथ फिल्म ‘मैन ऑफ स्टील’ देखने गए मनजोत सिंह अपने फैसले पर अडिग हैं और उन्होंने कंपनी पर कानूनी कार्रवाई करने के लिए एक वकील रख लिया है।
अमेरिका में सिख समर्थक समूह ‘यूनाइटेड सिख’ के मनमीत सिंह ने कहा, अलग दिखने के चलते अमेरिका में सिखों को भेदभाव का सामना करना पड़ता है, लेकिन अन्य अमेरिकी नागरिकों की तरह ही मनजोत सिंह भी सार्वजिनक स्थानों पर गरिमा और सम्मानपूर्वक व्यवहार का अधिकारी है। उन्होंने कहा, एएमसी थिएटर में मनजोत के अलग भेष के चलते उन्हें निशाना बनाया गया। यह अक्षम्य है और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि एएमसी में ऐसा किसी अन्य सिख के साथ नहीं हो। मनजोत सिंह ने कहा कि गत 22 जून को उन्हें थिएटर छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। इससे पहले उन्हें 10 मिनट से अधिक समय तक लॉबी में खड़ा रखा गया।
यूनाइटेड सिख का कहना है कि मनजोत न कभी भी अपनी कृपाण नहीं दिखाई और न ही उसे निकाला। संगठन ने थिएटर कंपनी से मांग की है कि वह घटना का वीडियो सुरक्षित रखे, दंपत्ति से माफी मांगे और सिखों के खिलाफ भेदभावपूर्ण अपनी नीतियों को बदले।
कंपनी का कहना है कि सुरक्षाकर्मियों ने जब पाया कि मनजोत करीब साढ़े पांच इंच की कटार पहने हुए है तो उन्होंने उससे संपर्क किया। ‘हम हमारी नीति पर कायम हैं कि यह मामला हथियार का है न कि धार्मिक स्वतंत्रता था। हमारे अतिथियों की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है और हमें अपनी जिम्मेदारी को बहुत गंभीरता से लेते हैं।’ कंपनी ने कहा, ‘‘हमारी ‘‘कोई हथियार नहीं’’ नीति ग्राहकों को किसी भी तरह का हथियार थिएटर में लेकर जाना प्रतिबंधित करती है। ‘यह राष्ट्रीय नीति हमारे ग्राहकों और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए है।’ हालांकि कैलीफोर्निया के एमरीविले स्थित एएमसी सिनेमाज में रात के समय अपनी पत्नी के साथ फिल्म ‘मैन ऑफ स्टील’ देखने गए मनजोत सिंह अपने फैसले पर अडिग हैं और उन्होंने कंपनी पर कानूनी कार्रवाई करने के लिए एक वकील रख लिया है।
अमेरिका में सिख समर्थक समूह ‘यूनाइटेड सिख’ के मनमीत सिंह ने कहा, अलग दिखने के चलते अमेरिका में सिखों को भेदभाव का सामना करना पड़ता है, लेकिन अन्य अमेरिकी नागरिकों की तरह ही मनजोत सिंह भी सार्वजिनक स्थानों पर गरिमा और सम्मानपूर्वक व्यवहार का अधिकारी है। उन्होंने कहा, एएमसी थिएटर में मनजोत के अलग भेष के चलते उन्हें निशाना बनाया गया। यह अक्षम्य है और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि एएमसी में ऐसा किसी अन्य सिख के साथ नहीं हो। मनजोत सिंह ने कहा कि गत 22 जून को उन्हें थिएटर छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। इससे पहले उन्हें 10 मिनट से अधिक समय तक लॉबी में खड़ा रखा गया।
यूनाइटेड सिख का कहना है कि मनजोत न कभी भी अपनी कृपाण नहीं दिखाई और न ही उसे निकाला। संगठन ने थिएटर कंपनी से मांग की है कि वह घटना का वीडियो सुरक्षित रखे, दंपत्ति से माफी मांगे और सिखों के खिलाफ भेदभावपूर्ण अपनी नीतियों को बदले।
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