रूसी सेना ने क्रिसमस के दिन यूक्रेन में सैकड़ों शहरों पर बमबारी की. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन के शीर्ष सैन्य कमान ने कहा कि रूस ने रविवार को खार्किव क्षेत्र में कुपियांस्क जिले पर 10 से अधिक रॉकेट हमले किए, कुपियांस्क-ल्यमान फ्रंटलाइन के साथ 25 से अधिक शहरों में गोलाबारी की और ज़ापोरिज़्ज़िया में लगभग 20 शहरों को निशाना बनाया. पुतिन ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर आक्रमण किया, जिसे मास्को एक "विशेष ऑपरेशन" कह रहा है. द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से सबसे घातक यूरोपीय संघर्ष और 1962 के क्यूबा मिसाइल संकट के बाद से मास्को और पश्चिम के बीच सबसे बड़ा टकराव को जन्म दिया. पुतिन की बातचीत की नवीनतम पेशकश के बावजूद भी 10 महीने से जारी इस संघर्ष का कोई अंत नहीं दिख रहा है.
पुतिन ने रविवार को प्रसारित एक साक्षात्कार में रोसिया 1 टेलीविजन को बताया, "हम स्वीकार्य समाधानों के बारे में शामिल सभी लोगों के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं, लेकिन यह उन पर निर्भर है - हम बातचीत से इनकार करने वालों में से नहीं हैं." यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के एक सलाहकार ने कहा कि पुतिन को वास्तविकता पर लौटने और यह स्वीकार करने की आवश्यकता है कि वो रूस था जो वार्ता नहीं चाहता था. सलाहकार माईखाइलो पोडोलीक ने ट्वीट किया, "रूस ने अकेले ही यूक्रेन पर हमला किया और नागरिकों को मार रहा है." "रूस बातचीत नहीं चाहता, लेकिन जिम्मेदारी से बचने की कोशिश करता है."बिजली स्टेशनों पर रूसी हमलों ने बिजली के बिना लाखों लोगों को छोड़ दिया है, और ज़ेलेंस्की ने कहा कि मास्को का लक्ष्य 2022 के आखिरी कुछ दिनों को अंधेरा और कठिन बनाना होगा.
उन्होंने क्रिसमस के दिन वीडियो संबोधन में कहा, "रूस ने इस साल वह सब कुछ खो दिया है जो वह कर सकता था ... मुझे पता है कि अंधेरा हमें कब्जेदारों को नई हार की ओर ले जाने से नहीं रोकेगा. लेकिन हमें किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहना होगा," यूक्रेन पारंपरिक रूप से 25 दिसंबर को क्रिसमस नहीं, बल्कि रूस की तरह ही 7 जनवरी को मनाता है. हालांकि, इस साल कुछ रूढ़िवादी यूक्रेनियन ने 25 दिसंबर को छुट्टी मनाने का फैसला किया और ज़ेलेंस्की और यूक्रेन के प्रधान मंत्री के साथ शुरू होने वाले यूक्रेनी अधिकारियों ने रविवार को क्रिसमस की शुभकामनाएं दी. क्रेमलिन का कहना है कि वह तब तक लड़ेगा जब तक उसके सभी क्षेत्रीय लक्ष्य हासिल नहीं हो जाते, जबकि कीव का कहना है कि वह तब तक चैन से नही बैठेगा जब तक कि देश से हर रूसी सैनिक को बाहर नहीं कर दिया जाता.
यह पूछे जाने पर कि क्या पश्चिम के साथ भू-राजनीतिक संघर्ष खतरनाक स्तर पर पहुंच रहा है, पुतिन ने रविवार को कहा, "मुझे नहीं लगता कि यह इतना खतरनाक है." कीव और पश्चिम का कहना है कि पुतिन के पास कब्जे के शाही-शैली के युद्ध के रूप में जो कुछ भी है उसका कोई मतलब नहीं है. बेलारूस के एक वरिष्ठ रक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने रविवार को कहा कि रूसी आपूर्ति वाली इस्कंदर सामरिक मिसाइल प्रणाली, जो परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं, और एस-400 वायु रक्षा प्रणाली को बेलारूस में तैनात किया गया है और वे अपने टास्क को करने के लिए तैयार हैं.
मंत्रालय में विचारधारा के मुख्य निदेशालय के प्रमुख लियोनिद कासिंस्की ने पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, "हमारे सैनिकों, कर्मचारियों ने रूसी संघ और बेलारूस गणराज्य के सशस्त्र बलों के संयुक्त युद्ध प्रशिक्षण केंद्रों में अपना प्रशिक्षण पूरी तरह से पूरा कर लिया है." कासिंस्की ने कहा, "इस प्रकार के हथियार (इस्कंदर और एस-400 सिस्टम) आज ड्यूटी पर हैं और वे अपने टास्क के मकसद को पूरा करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं." यह स्पष्ट नहीं है कि जून में पुतिन के कहने के बाद बेलारूस में कितने इस्कंदर सिस्टम तैनात किए गए हैं कि मास्को उन्हें और वायु रक्षा प्रणालियों के साथ मिन्स्क की आपूर्ति करेगा.
रूसी सेना ने फरवरी में यूक्रेन की राजधानी कीव पर अपने निष्फल हमले के लिए बेलारूस को एक लॉन्च पैड के रूप में इस्तेमाल किया था, और हाल के महीनों में रूसी और बेलारूसी सैन्य गतिविधियों में तेजी आई है. नाटो द्वारा "एसएस -26 स्टोन" नामक एक मोबाइल गाइडेड मिसाइल सिस्टम कोड इस्कंदर-एम ने सोवियत काल के "स्कड" को बदल दिया. गाइडेड मिसाइलों की सीमा 500 किमी (300 मील) तक होती है और यह पारंपरिक या परमाणु हथियार ले जा सकती है. S-400 प्रणाली एक रूसी मोबाइल, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (एसएएम) अवरोधन प्रणाली है. यूक्रेनी और रूसी मीडिया ने सोमवार को बताया कि यूक्रेन के मोर्चे से सैकड़ों किलोमीटर (मील) की दूरी पर रूस के एंगेल्स एयर बेस पर धमाकों की आवाज सुनी गई.
हालांकि इसकी तत्काल कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई थी और रॉयटर्स भी स्वतंत्र रूप से रिपोर्टों को सत्यापित करने में सक्षम नहीं था. मॉस्को से लगभग 730 किमी (450 मील) दक्षिण-पूर्व में सेराटोव शहर के पास हवाई ठिकाने पर 5 दिसंबर को हमला किया गया था, जिसमें रूस ने कहा था कि उस दिन दो रूसी हवाई अड्डों पर यूक्रेनी ड्रोन हमले हुए थे. विश्लेषकों ने कहा कि हमलों ने मास्को को एक बड़ा प्रतिष्ठित झटका दिया और इस बारे में सवाल उठाए कि इसका बचाव विफल क्यों हुआ. यूक्रेन ने सार्वजनिक रूप से कभी भी रूस के अंदर हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन कहा है कि ऐसी घटनाएं रूस के आक्रमण का नतीजा है.
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