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This Article is From Feb 25, 2022

Russia Ukraine War: तुर्की ने NATO को लिया आड़े हाथों, कहा - "नहीं लिए निर्णायक कदम"

Russia Ukraine: "केवल निंदा करने से काम नहीं चलेगा NATO को निर्णायक कदम उठाने होंगे. EU और सभी पश्चिमी मानसिकता यूक्रेन मुद्दे पर मजबूत नहीं दिख रही है. वो लगातार यूक्रेन को सलाह दे रहे हैं. सलाह से कुछ नहीं होगा. अगर आप कदमों की बात करें तो अभी तक कोई कदम नहीं उठाए गए हैं." - तुर्की (Turkey) के राष्ट्रपति एर्दोगान

Russia Ukraine War: तुर्की ने NATO को लिया आड़े हाथों, कहा - "नहीं लिए निर्णायक कदम"
NATO के सदस्य Turkey ने किया है Ukraine का समर्थन और Russia के हमले का विरोध

रूस और यूक्रेन के बीच युद्द के दूसरे दिन तुर्की (Turkey) के राष्ट्रपति तयैप एर्दोगान (Tayyip Erdogan) ने यूक्रेन का समर्थन किया है. तुर्की के रूस और यूक्रेन दोनों से ही रिश्ते ठीक रहे हैं और व्यापारिक संबंध भी हैं. लेकिन तुर्की ने कहा है कि केवल निंदा करने से काम नहीं चलेगा. नाटो को निर्णायक कदम उठाने होंगे. तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगान ने शुक्रवार को कहा है कि रूस (Russia) के यूक्रेन (Ukraine) पर हमले को लेकर NATO और पश्चिमी देशों की प्रतिक्रिया निर्णायक नहीं है. साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि कि शुक्रवार को होने वाले नाटो समिट एलायंस की तरफ से और अधिक निर्णायक अप्रोच अपनाई जाएगी. नाटो सदस्य तुर्की की सीमा यूक्रेन से लगती है और  काले सागर में रूस से लगती है और तुर्की के दोनों ही देशों के साथ अच्छे रिश्ते हैं. तुर्की ने रूस से यूक्रेन पर हमला रोकने को कहा है और यूक्रेन की सीमाई संप्रुभता का समर्थन किया.   

पत्रकारों से एर्दोगान ने कहा, " EU और सभी पश्चिमी मानसिकता यूक्रेन मुद्दे पर मजबूत नहीं दिख रही है. वो लगातार यूक्रेन को सलाह दे रहे हैं. सलाह से कुछ नहीं होगा. अगर आप कदमों की बात करें तो अभी तक कोई कदम नहीं उठाए गए हैं."

यूक्रेन ने की थी तुर्की से काला सागर बंद करने की अपील 

गुरुवार को यूक्रेन ने तुर्की से कहा था कि वो 1936 में हुए एक समझौते के अनुसार मेडिटेरियन सी (Mediterranean Sea) और ब्लैक सी ( Black sea) को जोड़ने वाली बोसफोरस और डेरडेनेल्स स्ट्रेट्स (Bosphorus and Dardanelles straits)को बंद कर दे. लेकिन अंकारा ने शुक्रवार को कहा कि वो रूसी युद्धपोत को काले सागर में जाने से नहीं रोक सकते क्योंकि समझौते के अनुसार रूसी पोत को अपने बेस पर लौटने का अधिकार है.  

तुर्की के रूस के साथ रक्षा और उर्जा पर करीबी रिश्ते हैं लेकिन तुर्की ने यूक्रेन को भी ड्रोन बेचे हैं और साथ में ड्रोन बनाने के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. तुर्की सीरिया और लीबिया में भी रूसी नीति का विरोध करता है और 2014 में रूसी समर्थन से क्रीमिया को यूक्रेन से अलग किए जाने का भी तुर्की विरोध करता है.  

एर्दोगान ने पहले इस संकट की मध्यस्थता करने की बात कही थी लेकिन यूक्रेन पर हमले के बाद रूस ने कहा कि मैं मास्को के हमले के "बहुत दुखी" हूं. यह क्षेत्रीय शांति के लिए "बड़ा नुकसान" है.

यह भी देखें:- Russia Ukraine War: युद्ध से कांपी यूक्रेन की धरती, जानें रूसी हमले में अब तक क्या-क्या हुआ?

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