रूस (Russia) ने यूक्रेन (Ukraine) के बॉर्डर पर अपना जमावाड़ा बढ़ा दिया है. इससे शीत युद्ध (ColdWar) के समय की तरह अमेरिका (US) और रूस के बीच बेहद तनावपूर्ण रिश्ते हो गए हैं. रूस 2014 में पहले ही यूक्रेन से क्रीमिया को छीन चुका है. उस दौरान 13,000 से अधिक लोग मारे गए थे. पूर्वी यूरोप में एक बार फिर युद्ध की आशंकाएं तेज़ हो रही हैं.ऐसे में ये जानना ज़रूरी हो जाता है कि यूरोपीय देश यूक्रेन और रूस के बीच कैसे बने युद्ध के हालात.
- ये है यूक्रेन-रूस तनाव की पूरी टाइमलाइन:-
सेनाओं की तैनाती
- 10 नवंबर 2021: यूक्रेन के बॉर्डर के पास रूसी सेनाओं की असामान्य गतिविधी की रिपोर्ट पर नाटो (NATO) ने रूस को दी "आक्रामक कार्रवाई" की चेतावनी. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने पश्चिमी देशों पर यूक्रेन को "आधुनिक हथियारों की सप्लाई" करने और उकसाने वाले सैन्य अभ्यास करने का आरोप लगाया.
ठंड में बढ़ी आक्रामकता?
- 28 नवंबर 2021, यूक्रेन ने कहा कि रूस एक हमले के लिए जनवरी या फरवरी की शरूआत तक 92,000 सैनिकों को इकठ्ठा कर रहा है. रूस ने इन आरोपों का खंडन किया और तीन दिन बाद यूक्रेन पर अपनी सेना की तैनाती का आरोप लगाया. साथ ही रूस ने यूक्रेन से इस बात की "कानूनी गारंटी" मांगी कि वो नाटो का सदस्य नहीं बनेगा.
वर्चु्अल समिट
- 7 दिसंबर 2021, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने राष्ट्रपति पुतिन को चेतावनी दी और कहा कि अगर यूक्रेन पर रूस हमला करता है तो वो " कड़े आर्थिक प्रतिबंधों और अन्य तरीकों" से निपटेंगे.
'बड़े नतीजे'
- 16 दिसंबर 2021, यूरोपीय संघ और नाटो ने चेतावनी दी कि अगर यूक्रेन की सीमाई संप्रभुता पर और हमला होगा तो इसके " बड़े रणनीतिक नतीजे" भुगतने पड़ेंगे.
इसके अगले दिन रूस ने अपना प्रस्ताव रखा कि अमेरिका को पूर्व सोवियत संघ के देशों में अपना प्रभाव सीमित करना चाहिए.
कूटनीति का हफ्ता
- 10 जनवरी 2022, उच्च अमेरिकी और रूसी अधिकारियों के बीच एक हफ्ते तक जेनेवा में यूरोप की सुरक्षा पर तनावग्रस्त बातचीत हुई.
बड़ा साइबर अटैक
- 14 जनवरी 2022, यूक्रेन की सरकारी वेबसाइट्स पर एक बड़ा साइबर अटैक हुआ. इससे कुछ समय के लिए यूक्रेन की अहम सरकारी वेबसाइट्स डाउन हो गईं. यूक्रेन ने कहा कि उसके पास ऐसे संकेत हैं कि इसके पीछे रूस हो सकता है.
बेलारूस में सेनाओं का जमावाड़ा
- 17 जनवरी 2022, रूसी सेनाओं ने पू्र्व -सोवियत देश बेलारूस में सैन्य अभ्यास के लिए आना शुरू किया. रूस ने कहा कि यह "बाहरी आक्रामकता" को रोकने के लिए है.
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि सैनिकों की संख्या सामान्य "सैन्य अभ्यास" से कहीं अधिक है.
दो दिन बाद अमेरिका ने यूक्रेन के लिए $200 मिलियन की अतिरिक्त सुरक्षा मदद देने की घोषणा की.
बाइडेन को 'हमले का डर'
- 20 जनवरी 2022, बाइडेन ने कहा कि रूसी सेनाओं का कोई भी अवांछित कदम "एक हमला" होगा
हाई-वायर डिप्लोमेसी
- 21 जनवरी 2022, अमेरिकी विदेश मंत्री एन्टनी ब्लिंकेन ने कहा कि उन्होंने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से 21 जनवरी को एक मीटिंग में कहा कि वो साबित करें कि वो यूक्रेन पर हमला करने की योजना नहीं बना रहे.
अमेरिका ने रूस की मांगों पर एक लिखित जवाब देने का वादा किया.
बाल्टिक देश हुए शामिल
- इसी दिन, पूर्व सोवियत नाटो सदस्यों एस्टोनिया, लाटविया और लिथुआनिया ने कहा कि वो यूक्रेन को आत्मरक्षा में मदद देने के लिए एंटी-टैंक और एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइलें भेजेंगे.
रूस ने रोमानिया और बुल्गारिया से नाटो सेनाओं की वापसी की मांग की
हमले का बढ़ा डर
- 22 जनवरी 2022, ब्रिटेन ने दावा किया कि "रूस यूक्रेन पर कब्जा करने और यूक्रेन में रूस समर्थक नेता को सरकार की बागडोर सौंपने की तैयारी कर रहा है."
रूस ने इसे एक "ग़लत सूचना" बताया.
अमेरिका ने अपने दूतावास के राजनायिकों और परिवारों को यूक्रेन छोड़ने का आदेश दिया और बाद में चेतावनी दी कि उसके नेता यूक्रेन की यात्रा ना करें.
युद्ध के लिए तैयार नाटो
- 24 जनवरी 2022, नाटो ने अपनी सेनाओं को युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा और पूर्वी यूरोप की सुरक्षा को बढ़ाते हुए वहां जहाज़ और लड़ाकू जेट तैनात कर दिए.
- 25 जनवरी 2022, अगले दिन रूस ने अमेरिका पर तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया और दक्षिणी रूस में यूक्रेन के पास और रूस द्वारा छीने गए क्रीमिया में 6000 सैनिकों और 60 लड़ाकू विमानों का सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया.
- 26 जनवरी 2022, अमेरिका ने यूक्रेन के लिए नाटो के दरवाजे बंद करने से मना कर दिया. नाटो की तरफ से रूस की सुरक्षा मांगों पर लिखित में जवाब भेजा गया. जिसमें रूस की कई मांगों को " अस्वीकार्य और अवास्तविक" बताया गया.
- 27 जनवरी 2022, चीन ने अमेरिका को दी चेतावनीअमेरिका ने कहा उनके पास "पक्का सबूत" है कि पुतिन अब से लेकर फरवरी के मध्य तक सैन्यबल का इस्तेमाल करेंगे.
- 28 जनवरी 2022 , अमेरिका में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता, नेड प्राइस ने कहा- यूक्रेन (Ukraine) को लेकर लगातार रूस पर आक्रामक रुख अपना रहे अमेरिका ने अब कहा है कि भारत को S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम बेचना, क्षेत्र और शायद उससे बाहरी इलाकों को अस्थिर करने में रूस की भूमिका पर "प्रकाश डालता है".
- 29 जनवरी 2022, यूक्रेनी सेना (Ukraine Army) रूसी हमले (Russian Attack) की आशंकाओं के बीच शुक्रवार को ब्रिटेन (UK) के नए हथियारों के साथ अभ्यास किया. ब्रिटने के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि वो ख़ून खराबा रोकने के लिए पुतिन से बात करेंगे. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वो पूर्वी यूरोप में और सैन्य बलों की तैनाती करेंगे.
लेकिन पेरिस में पूर्वी यूक्रेन में सीज़फायर पर हुई बात के बाद रूस और यूक्रेन ने दो हफ्ते बाद दोबारा मिलने पर सहमति जताई है. यूक्रेन इसे " अच्छी खबर" की तरह देखता है और इसे रूस द्वारा कूटनीतिक समाधान खोजने की कोशिश के संकेत की तरह बताता है.
चीन ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि यूरोप में रूस की सुरक्षा चिंताओं को "गंभीरता से लिया जाना चाहिए".
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