जोहांसबर्ग:
दक्षिण अफ्रीका की एक गुफा में वैज्ञानिकों को हड्डियों का ढेर मिला है, जिसके बारे में संभावना जताई जा रही है कि वे मानव की नई प्रजाति के अवशेष हैं। ये अवशेष इशारा करते हैं कि हमारे पूर्वजों का आकार सामान्य से खासा बड़ा हो सकता है। इन्हें होमो नलेडी का नाम दिया गया है।
जोहांसबर्ग से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित राइजिंग स्टार गुफा में ये हड्डियां पाई गई। खोजकर्ताओं ने हड्डियों के 1,500 से अधिक टुकड़े पाए, जो कम से कम 15 लोगों के हैं। ये अवशेष शिशुओं, किशोरों व एक बेहद बुजुर्ग के हैं। गुफा में अभी भी हड्डियों के एक हजार टुकड़े मौजूद हैं, जो धूल से ढंके हैं।
नेशनल जियोग्राफिक द्वारा वित्त पोषित परियोजना के नेताओं का मानना है कि ये अवशेष प्राचीन मानव की नई प्रजातियों का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने इनका नाम 'होमो नालेदी' रखा है, जिसमें नालेदी का मतलब तारा होता है और यह दक्षिण अफ्रीका की स्थानीय भाषा का एक शब्द है।
वहीं मानव उत्पत्ति पर शोध करने वाले दूसरे विशेषज्ञों का कहना है कि अब तक मिले सबूतों के आधार पर यह दावा अनुचित है। हड्डियों के बारे में उनका तर्क है कि ये होमो इरेक्टस मानव के समान हैं।
हड्डियों की माप से यह बात सामने आई है कि ये प्राणी प्राचीन लंगूरों व आधुनिक मानव के मिलेजुले रूप हैं। इसका मस्तिष्क छोटा है और गोरिल्ला के आकार का है। इसके दांत साधारण व छोटे हैं।छातियां प्राचीन व लंगूरों की तरह हैं, लेकिन हाथ बेहद आधुनिक हैं। पांव व घुटने की रचना खड़े होने में मदद करते हैं, जबकि उंगलियां टेढ़ी हैं। ऐसी रचनाएं लंगूरों में देखी जाती है, जो अपना अधिकांश समय पेड़ पर व्यतीत करते हैं।
जोहांसबर्ग से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित राइजिंग स्टार गुफा में ये हड्डियां पाई गई। खोजकर्ताओं ने हड्डियों के 1,500 से अधिक टुकड़े पाए, जो कम से कम 15 लोगों के हैं। ये अवशेष शिशुओं, किशोरों व एक बेहद बुजुर्ग के हैं। गुफा में अभी भी हड्डियों के एक हजार टुकड़े मौजूद हैं, जो धूल से ढंके हैं।
नेशनल जियोग्राफिक द्वारा वित्त पोषित परियोजना के नेताओं का मानना है कि ये अवशेष प्राचीन मानव की नई प्रजातियों का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने इनका नाम 'होमो नालेदी' रखा है, जिसमें नालेदी का मतलब तारा होता है और यह दक्षिण अफ्रीका की स्थानीय भाषा का एक शब्द है।
वहीं मानव उत्पत्ति पर शोध करने वाले दूसरे विशेषज्ञों का कहना है कि अब तक मिले सबूतों के आधार पर यह दावा अनुचित है। हड्डियों के बारे में उनका तर्क है कि ये होमो इरेक्टस मानव के समान हैं।
हड्डियों की माप से यह बात सामने आई है कि ये प्राणी प्राचीन लंगूरों व आधुनिक मानव के मिलेजुले रूप हैं। इसका मस्तिष्क छोटा है और गोरिल्ला के आकार का है। इसके दांत साधारण व छोटे हैं।छातियां प्राचीन व लंगूरों की तरह हैं, लेकिन हाथ बेहद आधुनिक हैं। पांव व घुटने की रचना खड़े होने में मदद करते हैं, जबकि उंगलियां टेढ़ी हैं। ऐसी रचनाएं लंगूरों में देखी जाती है, जो अपना अधिकांश समय पेड़ पर व्यतीत करते हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं