इस्लामाबाद:
विपक्षी पीएमएल-क्यू ने रविवार को पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी नीत सरकार में शामिल होने का फैसला किया। इससे आर्थिक मंदी और आतंकवाद की समस्याओं से जूझ रही राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की पार्टी को काफी बल मिला है। दोनों पार्टियों के बीच हफ्तों से चल रही बातचीत के राष्ट्रपति के प्रवक्ता फरहतुल्ला बाबर ने देर रात मीडिया को बताया कि पीएमएल.क्यू पार्टी पीपीपी नीत सरकार में शामिल होगी। जरदारी और पीएमएल-क्यू के शीर्ष नेताओं के बीच राष्ट्रपति भवन में रात के भोजन के दौरान यह फैसला हुआ। प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी और संघीय मंत्री मखदूम आमिन फाहिम और रजा परवेज अशरफ भी बैठक में मौजूद थे। फाहिम ने बैठक के बाद बताया गरीबों के उत्थान तथा लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिये दोनों दलों के सहयोग की जरूरत समझी गई। पीएमएल-क्यू के प्रमुख तथा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी सुजात हसैन और उनके चचेरे भाई चौधरी परवेज इलाही ने नये गठबंधन के लिये जरदारी के साथ बातचीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इलाही को उप प्रधानमंत्री बनाये जाने की उम्मीद है। बाबर ने कहा कि दोनों दल गठबंधन के लिये एक फार्मूला बनाने पर सहमत हुए हैं। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां अगले चुनाव में भी सहयोग करेंगी। राजनीतिक सूत्रों ने बताया कि इस बात की उम्मीद है कि पीएमएल-क्यू के छह मंत्री छह राज्य मंत्री प्रधानमंत्री के तीन सलाहकार होंगे तथा संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान का प्रतिनिधि भी उनकी ही पार्टी का होगा।