अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से गले मिलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
वाशिंगटन:
अमेरिकी यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार शाम व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात की। बीते दो वर्षों में अमेरिकी राष्ट्रपति से सातवीं मुलाकात के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने एनएसजी में भारत की सदस्यता का समर्थन करने के लिए अमेरिका का धन्यवाद अदा किया।
व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ करीब घंटे भर चली बातचीत के बाद दोनों राष्ट्राध्यक्षों के संयुक्त मीडिया सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा, दो मित्रों और दो देशों के रूप में भारत और अमेरिका ने जिस तरह नेतृत्व की भूमिका निभाई है, उस पर मुझे गर्व है। चाहे वह मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) हो या न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप, मैं हमेशा अपने मित्र ओबामा का हमेशा आभारी रहूंगा।
'दुनिया की भलाई के लिए मिलकर काम करेंगे भारत अमेरिका'
पीएम मोदी ने कहा कि दोनों नेताओं ने व्यापक मुद्दों पर, खासकर द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को नई उंचाई पर ले जाने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने अन्य जिन विषयों पर वार्ता की, उनमें आतंकवाद, स्वच्छ ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन, क्षेत्रीय सुरक्षा और साइबर सुरक्षा शामिल थे।
पीएम मोदी ने कहा कि दो सबसे बड़े लोकतंत्रों, भारत और अमेरिका ने उन चुनौतियों से निपटने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है, जिनका सामना न केवल दोनों देश बल्कि पूरी दुनिया करती है। उन्होंने कहा, 'पिछले दो वर्षों में भारत और अमेरिका जलवायु परिवर्तन, परमाणु सुरक्षा, आतंकवाद जैसे वैश्विक मुद्दों पर सहयोग करते रहे हैं... मुझे इस पर न केवल मित्रों के रूप में बल्कि दोनों देशों के तौर पर गर्व होता है और हम कंधे से कंधा मिलाकर काम करते रहेंगे।' प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम नए क्षेत्रों में मिलकर जितना अधिक काम करेंगे, वह दुनिया और दोनों देशों के लाभ के लिए बेहतर होगा। यही हमारा सपना है।'
पीएम मोदी को उनके नेतृत्व के लिए बधाई
इस मुलाकात के बाद बराक ओबामा ने कहा, 'दोनों देशों के बीच दोस्ती का मजबूत बंधन है। मैं पीएम मोदी को उनके नेतृत्व के लिए बधाई देता हूं।' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत की सदस्यता का समर्थन करते हैं। मोदी का स्वागत गर्मजोशी से गले लगाकर करने वाले ओबामा ने कहा, 'मेरे मित्र प्रधानमंत्री मोदी का ओवल ऑफिस में एक बार फिर स्वागत करना उनके लिए बहुत खुशी की बात है।' अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मोदी का नेतृत्व न केवल भारतीय अमेरिकियों के बीच, बल्कि समस्त अमेरिकियों के बीच नया उत्साह पैदा करता है।
जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर हुई खास चर्चा
वहीं इस मुलाकात में जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। इस संबंध में राष्ट्रपति ओबामा ने कहा, 'हमनें जलवायु परिवर्तन को लेकर हुए पेरिस समझौते को जल्द से जल्द तामील में लाने के उपायों पर चर्चा की।' वहीं पीएम मोदी ने कहा, 'हम जी-20 सम्मेलन में दोबारा में मिलेंगे और जलवायु परिवर्तन को रोकने के सपने को पूरा करेंगे।'
ओबामा ने भारत में मिले सत्कार को याद किया
शुरुआत में ओबामा ने पिछले साल जनवरी में भारत में गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के तौर पर अपनी भारत यात्रा को और भारत में मिले 'अतुलनीय आतिथ्य सत्कार' को याद किया। उन्होंने कहा, 'भारत में गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री के निमंत्रण से मिले सम्मान की यादें अब भी मेरे जहन में हैं।' राष्ट्रपति ने कहा, 'दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के रूप में और जनता एवं व्यापारिक, वैज्ञानिक तथा शैक्षणिक समुदायों के बीच गहरे संबंधों के साथ यह स्वाभाविक है कि भारत और अमेरिका सभी विषयों पर अपनी साझेदारी को गहन तथा व्यापक करें।'
सितंबर में फिर मिलेंगे पीएम मोदी और ओबामा
पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिका भारत की प्रतिभा से भलीभांति वाकिफ है, जो 35 साल से कम उम्र की 80 करोड़ की आबादी वाला युवा देश है। हमारी युवा शक्ति नई ऊंचाइयां पाने के लिए अमेरिका के साथ काम कर सकती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत दुनिया की सबसे अधिक तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और दोनों देशों को नए क्षेत्रों में और सहयोग करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह और ओबामा सितंबर में (चीन में) जी-20 देशों के सम्मेलन से इतर मिलेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि उस समय तक उन लोगों को जलवायु से न्याय के सपने समेत कई क्षेत्रों में प्रगति करने में सफलता मिलेगी। (इनपुट भाषा से)
व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ करीब घंटे भर चली बातचीत के बाद दोनों राष्ट्राध्यक्षों के संयुक्त मीडिया सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा, दो मित्रों और दो देशों के रूप में भारत और अमेरिका ने जिस तरह नेतृत्व की भूमिका निभाई है, उस पर मुझे गर्व है। चाहे वह मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) हो या न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप, मैं हमेशा अपने मित्र ओबामा का हमेशा आभारी रहूंगा।
'दुनिया की भलाई के लिए मिलकर काम करेंगे भारत अमेरिका'
पीएम मोदी ने कहा कि दोनों नेताओं ने व्यापक मुद्दों पर, खासकर द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को नई उंचाई पर ले जाने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने अन्य जिन विषयों पर वार्ता की, उनमें आतंकवाद, स्वच्छ ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन, क्षेत्रीय सुरक्षा और साइबर सुरक्षा शामिल थे।
पीएम मोदी ने कहा कि दो सबसे बड़े लोकतंत्रों, भारत और अमेरिका ने उन चुनौतियों से निपटने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है, जिनका सामना न केवल दोनों देश बल्कि पूरी दुनिया करती है। उन्होंने कहा, 'पिछले दो वर्षों में भारत और अमेरिका जलवायु परिवर्तन, परमाणु सुरक्षा, आतंकवाद जैसे वैश्विक मुद्दों पर सहयोग करते रहे हैं... मुझे इस पर न केवल मित्रों के रूप में बल्कि दोनों देशों के तौर पर गर्व होता है और हम कंधे से कंधा मिलाकर काम करते रहेंगे।' प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम नए क्षेत्रों में मिलकर जितना अधिक काम करेंगे, वह दुनिया और दोनों देशों के लाभ के लिए बेहतर होगा। यही हमारा सपना है।'
पीएम मोदी को उनके नेतृत्व के लिए बधाई
इस मुलाकात के बाद बराक ओबामा ने कहा, 'दोनों देशों के बीच दोस्ती का मजबूत बंधन है। मैं पीएम मोदी को उनके नेतृत्व के लिए बधाई देता हूं।' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत की सदस्यता का समर्थन करते हैं। मोदी का स्वागत गर्मजोशी से गले लगाकर करने वाले ओबामा ने कहा, 'मेरे मित्र प्रधानमंत्री मोदी का ओवल ऑफिस में एक बार फिर स्वागत करना उनके लिए बहुत खुशी की बात है।' अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मोदी का नेतृत्व न केवल भारतीय अमेरिकियों के बीच, बल्कि समस्त अमेरिकियों के बीच नया उत्साह पैदा करता है।
जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर हुई खास चर्चा
वहीं इस मुलाकात में जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। इस संबंध में राष्ट्रपति ओबामा ने कहा, 'हमनें जलवायु परिवर्तन को लेकर हुए पेरिस समझौते को जल्द से जल्द तामील में लाने के उपायों पर चर्चा की।' वहीं पीएम मोदी ने कहा, 'हम जी-20 सम्मेलन में दोबारा में मिलेंगे और जलवायु परिवर्तन को रोकने के सपने को पूरा करेंगे।'
ओबामा ने भारत में मिले सत्कार को याद किया
शुरुआत में ओबामा ने पिछले साल जनवरी में भारत में गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के तौर पर अपनी भारत यात्रा को और भारत में मिले 'अतुलनीय आतिथ्य सत्कार' को याद किया। उन्होंने कहा, 'भारत में गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री के निमंत्रण से मिले सम्मान की यादें अब भी मेरे जहन में हैं।' राष्ट्रपति ने कहा, 'दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के रूप में और जनता एवं व्यापारिक, वैज्ञानिक तथा शैक्षणिक समुदायों के बीच गहरे संबंधों के साथ यह स्वाभाविक है कि भारत और अमेरिका सभी विषयों पर अपनी साझेदारी को गहन तथा व्यापक करें।'
सितंबर में फिर मिलेंगे पीएम मोदी और ओबामा
पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिका भारत की प्रतिभा से भलीभांति वाकिफ है, जो 35 साल से कम उम्र की 80 करोड़ की आबादी वाला युवा देश है। हमारी युवा शक्ति नई ऊंचाइयां पाने के लिए अमेरिका के साथ काम कर सकती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत दुनिया की सबसे अधिक तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और दोनों देशों को नए क्षेत्रों में और सहयोग करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह और ओबामा सितंबर में (चीन में) जी-20 देशों के सम्मेलन से इतर मिलेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि उस समय तक उन लोगों को जलवायु से न्याय के सपने समेत कई क्षेत्रों में प्रगति करने में सफलता मिलेगी। (इनपुट भाषा से)
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