पाकिस्तानी तालिबान ने उसके साथ शांति वार्ता करने लिए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की ओर से गठित समिति में क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान और कट्टरपंथी धर्मगुरु समिउल हक को शामिल करने की मांग की है।
तालिबान सूत्रों ने बताया कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) की 'शूरा' (परिषद्) ने पिछले तीन दिन के सत्र के दौरान चार सदस्यीय शांति वार्ता समिति में पूर्व आईएसआई अधिकारी मेजर मोहम्मद आमिर और पूर्व राजदूत रुस्तम शाह मोहम्मद को शामिल किए जाने पर अपनी आपत्ति जताई है।
टीटीपी की मांग है कि सरकार ने उस समिति में इमरान खान, 'तालिबान के पिता' कहे जाने वाले धर्मगुरु सैमिउल हक, जमात-ए-इस्लामी नेताओं सिराजुल हक और मोहम्मद इब्राहीम, जमिअत उलेमा-ए-इस्लाम-एफ के मुफ्ती किफायतुल्ला और लाल मस्जिद के धर्मगुरु अब्दुल अजीज को शामिल करने की मांग की है।
सूत्रों ने बताया कि 'शूरा' ने वार्ता के दौरान तालिबान का प्रतिनिधित्व करने के लिए कारी शकील के नेतृत्व में नौ सदस्यीय समिति बनाई है।
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