इस्लामाबाद:
पाकिस्तान का सुरक्षा तंत्र देश के कबायली इलाकों के बाशिंदों का यकीन जीतने और अफगानिस्तान में युद्ध की स्थिति को खत्म करने के प्रयास के तहत अमेरिका एवं नाटो के साथ सहयोग करने में संतुलन बनाने का प्रयास कर रहा है।
अफगानिस्तान में समस्याओं के अंतिम समाधान के प्रयास में किसी तरह की जल्दबाजी से पाकिस्तानी कबायली देश के सुरक्षा तंत्र के खिलाफ हो सकते हैं और कबायली क्षेत्र में युद्ध की स्थिति की आशंका पैदा हो जाएगी।
यहां के सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान एवं नाटो के बीच सिर्फ हवाई हमले को लेकर नहीं, बल्कि अफगानिस्तान में युद्ध की स्थिति की समाप्ति एवं समस्याओं के समाधान की समयसीमा को लेकर भी मतभेद हैं।
पाकिस्तान एक दीर्घकालीन योजना को लेकर आगे बढ़ रहा है और अफगानिस्तान पर समयसीमा को लेकर नाटो के साथ उसके मतभेद हैं। अधिकारियों का कहना है कि ऐसी स्थिति में किसी तरह की जल्दबाजी से पश्चिमोत्तर पाकिस्तान के कबायली इस्लामाबाद के खिलाफ खड़े हो सकते हैं।
अफगानिस्तान में समस्याओं के अंतिम समाधान के प्रयास में किसी तरह की जल्दबाजी से पाकिस्तानी कबायली देश के सुरक्षा तंत्र के खिलाफ हो सकते हैं और कबायली क्षेत्र में युद्ध की स्थिति की आशंका पैदा हो जाएगी।
यहां के सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान एवं नाटो के बीच सिर्फ हवाई हमले को लेकर नहीं, बल्कि अफगानिस्तान में युद्ध की स्थिति की समाप्ति एवं समस्याओं के समाधान की समयसीमा को लेकर भी मतभेद हैं।
पाकिस्तान एक दीर्घकालीन योजना को लेकर आगे बढ़ रहा है और अफगानिस्तान पर समयसीमा को लेकर नाटो के साथ उसके मतभेद हैं। अधिकारियों का कहना है कि ऐसी स्थिति में किसी तरह की जल्दबाजी से पश्चिमोत्तर पाकिस्तान के कबायली इस्लामाबाद के खिलाफ खड़े हो सकते हैं।