प्रतीकात्मक तस्वीर
इस्लामाबाद:
पाकिस्तानी सीनेट के अध्यक्ष रजा रब्बानी ने न्यूयॉर्क में आयोजित हो रहे संयुक्त राष्ट्र प्रायोजित अंतरराष्ट्रीय संसदीय संघ (आईपीयू) के बहिष्कार की घोषणा की है. रब्बानी ने यह घोषणा तब की, जब अमेरिका ने पाकिस्तानी सीनेट के उपाध्यक्ष को वीजा जारी नहीं किया, जो इस बैठक में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने वाले थे. ''डॉन'' के मुताबिक, सीनेट के अध्यक्ष ने यह भी निर्देश दिया कि संसद का कोई भी प्रतिनिधिमंडल अमेरिका का दौरा नहीं करेगा, जब तक कि उपाध्यक्ष मौलाना अब्दुल गफूर हैदरी को वीजा जारी करने में हुए विलंब पर अमेरिकी सरकार या पाकिस्तान स्थित दूतावास स्पष्टीकरण नहीं देता.
मौलाना हैदरी जमीयत उलेमा-ई-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के सदस्य हैं. उन्हें पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के सांसद लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सलाहुद्दीन तिरमिजी के साथ रविवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में 13-14 फरवरी को आईपीयू में भाग लेने जाना था. सीनेट सचिवालय द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, रब्बानी ने यह भी निर्देश दिया कि इस मुद्दे का समाधान होने तक किसी भी प्रतिनिधिमंडल, कांग्रेस सदस्य या अमेरिकी राजनयिक का पाकिस्तानी सीनेट, सीनेट की स्थायी समितियों द्वारा स्वागत नहीं किया जाएगा.
सीनेट सचिवालय के सूत्र ने ''डॉन'' से कहा कि चूंकि यह एक आधिकारिक यात्रा थी, इसलिए मौलाना हैदरी अमेरिकी दूतावास से सीधे संपर्क में नहीं थे और सभी तरह के पत्राचार उनकी तरफ से सचिवालय द्वारा किया गया. सचिवालय के स्टॉफ को शनिवार को बताया गया कि दूतावास उपाध्यक्ष के वीजा की स्थिति के बारे में 14 फरवरी को सूचित करेगा. जबकि 14 फरवरी को आईपीयू का आखिरी दिन होगा. इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास के एक प्रवक्ता से इस मामले पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने 'डॉन' से कहा कि वह वीजा मामलों पर गोपनीयता कानून के कारण टिप्पणी नहीं कर सकते.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मौलाना हैदरी जमीयत उलेमा-ई-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के सदस्य हैं. उन्हें पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के सांसद लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सलाहुद्दीन तिरमिजी के साथ रविवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में 13-14 फरवरी को आईपीयू में भाग लेने जाना था. सीनेट सचिवालय द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, रब्बानी ने यह भी निर्देश दिया कि इस मुद्दे का समाधान होने तक किसी भी प्रतिनिधिमंडल, कांग्रेस सदस्य या अमेरिकी राजनयिक का पाकिस्तानी सीनेट, सीनेट की स्थायी समितियों द्वारा स्वागत नहीं किया जाएगा.
सीनेट सचिवालय के सूत्र ने ''डॉन'' से कहा कि चूंकि यह एक आधिकारिक यात्रा थी, इसलिए मौलाना हैदरी अमेरिकी दूतावास से सीधे संपर्क में नहीं थे और सभी तरह के पत्राचार उनकी तरफ से सचिवालय द्वारा किया गया. सचिवालय के स्टॉफ को शनिवार को बताया गया कि दूतावास उपाध्यक्ष के वीजा की स्थिति के बारे में 14 फरवरी को सूचित करेगा. जबकि 14 फरवरी को आईपीयू का आखिरी दिन होगा. इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास के एक प्रवक्ता से इस मामले पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने 'डॉन' से कहा कि वह वीजा मामलों पर गोपनीयता कानून के कारण टिप्पणी नहीं कर सकते.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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