पेशावर:
पाकिस्तान के अशांत उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में एक प्रमुख सिख नेता की हत्या के सिलसिले में रविवार को इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के एक जिला स्तरीय हिंदू नेता को गिरफ्तार किया गया। शनिवार को पाकिस्तानी तालिबान ने हमले की जिम्मेदारी ली थी।
स्वात जिले के पार्षद और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अल्पसंख्यक नेता बलदेव कुमार को उन्हीं की पार्टी के डॉक्टर सरदार सूरन सिंह की हत्या में उनकी कथित भूमिका को लेकर कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने गिरफ्तार किया।
सिंह (52) खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री के अल्पसंख्यक मामलों के विशेष सहायक थे। पाकिस्तानी तालिबान ने शनिवार को सरदार सूरन सिंह की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। उनकी शुक्रवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने एक बयान में कहा था कि उसके विशेष कार्यबल के निशानेबाज ने सरदार सूरन सिंह को उनके गृह जिले बूनेर में सफलतापूर्वक निशाना बनाया।
बलदेव की गिरफ्तारी पर सोमवार को होगी प्रेस कॉन्फ्रेंस
मलाकंद डिवीजन के उपमहानिरीक्षक आजाद खान ने कुमार की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि वह सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में इस गिरफ्तारी के बारे में ब्योरा देंगे। सुरक्षाबल गिरफ्तारी के बाद कुमार को पूछताछ के लिए अज्ञात स्थान पर ले गए।
शनिवार को बूनेर जिले में सिंह का अंतिम संस्कार किया गया। उसमें उनके और अन्य राजनीतिक दलों के लोग बड़ी संख्या में पहुंचे। सरदार सूरन सिंह की हत्या की सहयोगी नेताओं और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने कड़ी निंदा की है।
इस अशांत उत्तर-पश्चिम प्रांत में शासन करने वाली पीटीआई ने अपनी सरकार से इस हत्या की जांच के लिए जांच आयोग गठित करने को कहा है। सिंह डॉक्टर, टीवी एंकर और नेता थे। साल 2011 में पीटीआई में शामिल होने से पहले सिंह नौ सालों तक जमात-ए-इस्लामी पाकिस्तान के सदस्य थे। वह तहसील परिषद, पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति और एवेक्यू ट्रस्ट प्रोपर्टी बोर्ड के सदस्य भी थे।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
स्वात जिले के पार्षद और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अल्पसंख्यक नेता बलदेव कुमार को उन्हीं की पार्टी के डॉक्टर सरदार सूरन सिंह की हत्या में उनकी कथित भूमिका को लेकर कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने गिरफ्तार किया।
सिंह (52) खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री के अल्पसंख्यक मामलों के विशेष सहायक थे। पाकिस्तानी तालिबान ने शनिवार को सरदार सूरन सिंह की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। उनकी शुक्रवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने एक बयान में कहा था कि उसके विशेष कार्यबल के निशानेबाज ने सरदार सूरन सिंह को उनके गृह जिले बूनेर में सफलतापूर्वक निशाना बनाया।
बलदेव की गिरफ्तारी पर सोमवार को होगी प्रेस कॉन्फ्रेंस
मलाकंद डिवीजन के उपमहानिरीक्षक आजाद खान ने कुमार की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि वह सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में इस गिरफ्तारी के बारे में ब्योरा देंगे। सुरक्षाबल गिरफ्तारी के बाद कुमार को पूछताछ के लिए अज्ञात स्थान पर ले गए।
शनिवार को बूनेर जिले में सिंह का अंतिम संस्कार किया गया। उसमें उनके और अन्य राजनीतिक दलों के लोग बड़ी संख्या में पहुंचे। सरदार सूरन सिंह की हत्या की सहयोगी नेताओं और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने कड़ी निंदा की है।
इस अशांत उत्तर-पश्चिम प्रांत में शासन करने वाली पीटीआई ने अपनी सरकार से इस हत्या की जांच के लिए जांच आयोग गठित करने को कहा है। सिंह डॉक्टर, टीवी एंकर और नेता थे। साल 2011 में पीटीआई में शामिल होने से पहले सिंह नौ सालों तक जमात-ए-इस्लामी पाकिस्तान के सदस्य थे। वह तहसील परिषद, पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति और एवेक्यू ट्रस्ट प्रोपर्टी बोर्ड के सदस्य भी थे।
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