वाशिंगटन:
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि मिस्र में अहिंसा की नैतिक शक्ति से हुए परिवर्तन से भारत में महात्मा गांधी के अहिंसक आंदोलन के ऐतिहासिक पलों की प्रतिध्वनि सुनाई दी है। शुक्रवार को मिस्र के राष्ट्रपति होस्नी मुबारक के इस्तीफा देने के बाद ओबामा ने कहा, "मिस्र ने हमें प्रेरित किया है और उन्होंने इस बात को झूठा साबित किया है कि न्याय हिंसा से प्राप्त किया जाता है।" ओबामा ने व्हाइट हाउस में अपने छह मिनट के भाषण में कहा, "मिस्र की ताकत आतंक या नासमझ हत्याएं नहीं बल्कि अहिंसा बनी है। नैतिक शक्ति ने एक बार फिर इतिहास को न्याय की तरफ मोड़ा है।" ओबामा ने कहा, "हमने पूरे मिस्र को देखा और सुना। हम मदद नहीं कर सके लेकिन हमने इसकी प्रतिध्वनि सुनी। इसमें जर्मनी की दीवार गिराए जाने, इंडोनेशिया में छात्रों के सड़कों पर उतरने और भारत में गांधी के नेतृत्व में अहिंसक आंदोलन की प्रतिध्वनि निहित थी।" ओबामा ने घाना में नए राष्ट्र के गठन के समय मार्टिन लूथर किंग द्वारा दिए एक बयान का उल्लेख किया जिसमें उन्होंने कहा, "इस देश की आत्मा में कुछ ऐसा था जो आजादी के लिए चीख रहा था।" उन्होंने कहा, "तहरीर शब्द आजादी का पर्याय बन गया। यह वह शब्द है जो हमारी आत्मा की आजादी की पुकार है।"
This Article is From Feb 12, 2011