ऑस्लो:
नॉर्वे की सरकार के साथ अपने बच्चों की कस्टडी को लेकर लड़ाई लड़ रहे अनुरूप और सागरिका भट्टाचार्य आज अपने बच्चों से मिलने वाले हैं।
3 साल के अविज्ञान और 1 साल की ऐश्वर्या को नॉर्वे की चाइल्ड सेफ्टी सर्विस ने 8 महीने पहले इसलिए अपने मां-बाप से अलग कर दिया था क्योंकि यह परिवार नॉर्वे के नियमों के उलट अपने हिसाब से बच्चों को पाल रहे थे जिससे मां-बाप पर बच्चों की सही से देखभाल न करने का आरोप जड़कर उनसे बच्चे जबरन छीन लिए गए लेकिन नॉर्वे सरकार और बच्चों के माता-पिता के बीच हुए समझौते के मुताबिक बच्चों की कस्टडी कोलकाता में रहने वाले उनके चाचा अरुणभाष को दी जाएगी। यह समझौता भारत के विदेश मंत्री एसएम कृष्णा के दखल के बाद मुमकिन हो पाया।
3 साल के अविज्ञान और 1 साल की ऐश्वर्या को नॉर्वे की चाइल्ड सेफ्टी सर्विस ने 8 महीने पहले इसलिए अपने मां-बाप से अलग कर दिया था क्योंकि यह परिवार नॉर्वे के नियमों के उलट अपने हिसाब से बच्चों को पाल रहे थे जिससे मां-बाप पर बच्चों की सही से देखभाल न करने का आरोप जड़कर उनसे बच्चे जबरन छीन लिए गए लेकिन नॉर्वे सरकार और बच्चों के माता-पिता के बीच हुए समझौते के मुताबिक बच्चों की कस्टडी कोलकाता में रहने वाले उनके चाचा अरुणभाष को दी जाएगी। यह समझौता भारत के विदेश मंत्री एसएम कृष्णा के दखल के बाद मुमकिन हो पाया।
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