
किम जो उन (फाइल फोटो)
उत्तर कोरिया के वाइस प्रीमियर चो योंग गोन को सजा-ए-मौत दे दी गई। दक्षिण कोरिया की न्यूज एजेंसी के मुताबिक वाइस प्रीमियर चो योंग गोन को यह सज़ा देश के लीडर किम जोंग उन की नीतियों का विरोध करने की वजह से मिली।
चो ने जून 2014 में अपना पद संभाला था और वन निर्माण से जुड़ी किम जो उन की नीतियों पर उन्होंने असहमति जताई थी, जिसकी वजह से चो योंग गोन को फायरिंग स्क्वाड ने गोली मार दी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, योंग को जून 2014 में वाइस प्रीमियर बनाया गया था। पिछले अक्टूबर से नॉर्थ कोरिया के स्टेट मीडिया ने भी चो के बारे में जानकारी देना बंद कर दिया था।
एक साल में नॉर्थ कोरिया सरकार में बड़े नेता की मौत की सजा की यह दूसरी रिपोर्ट सामने आई है। इससे पहले नॉर्थ कोरिया के रक्षामंत्री को भी किम जोंग का सम्मान न करने के आरोप में शूट कर दिया गया था।
चो ने जून 2014 में अपना पद संभाला था और वन निर्माण से जुड़ी किम जो उन की नीतियों पर उन्होंने असहमति जताई थी, जिसकी वजह से चो योंग गोन को फायरिंग स्क्वाड ने गोली मार दी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, योंग को जून 2014 में वाइस प्रीमियर बनाया गया था। पिछले अक्टूबर से नॉर्थ कोरिया के स्टेट मीडिया ने भी चो के बारे में जानकारी देना बंद कर दिया था।
एक साल में नॉर्थ कोरिया सरकार में बड़े नेता की मौत की सजा की यह दूसरी रिपोर्ट सामने आई है। इससे पहले नॉर्थ कोरिया के रक्षामंत्री को भी किम जोंग का सम्मान न करने के आरोप में शूट कर दिया गया था।
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