आबुजा:
नाइजीरियाई नौसैनिकों ने दक्षिणी नाइजीरिया में गिनी की खाड़ी में बुधवार को अगवा सिंगापुर के स्वामित्व वाले एक तेल टैंकर को समुद्री डाकुओं से मुक्त करा लिया और उस पर सवार सभी 22 भारतीय नाविक स्वस्थ एवं सुरक्षित हैं।
गिनी की खाड़ी में पिछले दो हफ्तों के दौरान समुद्री डाकुओं के इस तरह के तीसरे हमले में समुद्री डाकुओं ने सिंगापुर के स्वामित्व वाला टैंकर ‘एमटी अबु धाबी स्टार’ पर कल रात कब्जा कर लिया था।
अंतरराष्ट्रीय नौवहन ब्यूरो (आईएमबी) अधिकारियों ने बताया कि अपहरण के समय टैंकर खुले समुद्र की तरफ बढ़ रहा था और उस पर ईंधन लदा था। दुबई स्थित कंपनी ‘पायनियर शिप मैनेजमेंट सर्विसेज एलएलसी’ के संचालन वाले इस टैंकर में तेल लदा हुआ है।
टैंकर का संचालन करने वाली कंपनी पायनियर शिप मैनेजमेंट सर्विसेज एलएलसी के प्रवक्ता पैट एडमसन ने बताया कि त्राहिमाम संदेश मिलने के बाद नाइजीरिया का एक नौसैनिक पोत घटनास्थल की तरफ तुरंत रवाना हुआ।
इस बीच नाइजीरियाई नौसेना के प्रवक्ता कबीर अलीयु ने बताया कि टैंकर पर सवार चालक दल के सभी सदस्य सुरक्षित हैं। अलीयु ने बताया कि टैंकर को देश के सबसे बड़े बंदरगाह लागोस की तरफ ले जाया जा रहा है। एडमसन ने बताया कि टैंकर पर सवार सभी 22 भारतीय नाविकों को कोई क्षति नहीं पहुंची है।
नाविकों ने अपनी जान खतरे में देखकर खुद को एक सेफ रूम में बंद कर लिया है। शक है कि नाइजीरिया के नाइजर डेल्टा क्षेत्र के तेल चोरों ने यह हमला किया। नाइजीरिया की नौसेना के एक प्रवक्ता के अनुसार एमटी अबु धाबी स्टार नाइजीरिया के सबसे बड़े बंदरगाह लागोस की तट से 80 किलोमीटर दूर लंगर लगाए था। तभी, समुद्री डाकुओं ने उसे निशाना बनाया। संगठन ने बताया है कि गिनी की खाड़ी में अकेले इस साल पोतों पर 37 हमले हो चुके हैं।
इस बीच, नौसैनिक सूत्रों ने बताया कि हमलावर आम तौर पर तेल टैंकरों से तेल निकाल लेते हैं और कुछ दिनों में उसे छोड़ देते हैं। पिछले हफ्ते समुद्री डाकुओं ने लोम के तट के पास एक तेल पोत को पकड़ लिया था और उसे कुछ दिन बाद नाइजीरिया के पास छोड़ दिया था। इस पोत पर चालक दल के 23 सदस्य सवार थे।
गिनी की खाड़ी में पिछले दो हफ्तों के दौरान समुद्री डाकुओं के इस तरह के तीसरे हमले में समुद्री डाकुओं ने सिंगापुर के स्वामित्व वाला टैंकर ‘एमटी अबु धाबी स्टार’ पर कल रात कब्जा कर लिया था।
अंतरराष्ट्रीय नौवहन ब्यूरो (आईएमबी) अधिकारियों ने बताया कि अपहरण के समय टैंकर खुले समुद्र की तरफ बढ़ रहा था और उस पर ईंधन लदा था। दुबई स्थित कंपनी ‘पायनियर शिप मैनेजमेंट सर्विसेज एलएलसी’ के संचालन वाले इस टैंकर में तेल लदा हुआ है।
टैंकर का संचालन करने वाली कंपनी पायनियर शिप मैनेजमेंट सर्विसेज एलएलसी के प्रवक्ता पैट एडमसन ने बताया कि त्राहिमाम संदेश मिलने के बाद नाइजीरिया का एक नौसैनिक पोत घटनास्थल की तरफ तुरंत रवाना हुआ।
इस बीच नाइजीरियाई नौसेना के प्रवक्ता कबीर अलीयु ने बताया कि टैंकर पर सवार चालक दल के सभी सदस्य सुरक्षित हैं। अलीयु ने बताया कि टैंकर को देश के सबसे बड़े बंदरगाह लागोस की तरफ ले जाया जा रहा है। एडमसन ने बताया कि टैंकर पर सवार सभी 22 भारतीय नाविकों को कोई क्षति नहीं पहुंची है।
नाविकों ने अपनी जान खतरे में देखकर खुद को एक सेफ रूम में बंद कर लिया है। शक है कि नाइजीरिया के नाइजर डेल्टा क्षेत्र के तेल चोरों ने यह हमला किया। नाइजीरिया की नौसेना के एक प्रवक्ता के अनुसार एमटी अबु धाबी स्टार नाइजीरिया के सबसे बड़े बंदरगाह लागोस की तट से 80 किलोमीटर दूर लंगर लगाए था। तभी, समुद्री डाकुओं ने उसे निशाना बनाया। संगठन ने बताया है कि गिनी की खाड़ी में अकेले इस साल पोतों पर 37 हमले हो चुके हैं।
इस बीच, नौसैनिक सूत्रों ने बताया कि हमलावर आम तौर पर तेल टैंकरों से तेल निकाल लेते हैं और कुछ दिनों में उसे छोड़ देते हैं। पिछले हफ्ते समुद्री डाकुओं ने लोम के तट के पास एक तेल पोत को पकड़ लिया था और उसे कुछ दिन बाद नाइजीरिया के पास छोड़ दिया था। इस पोत पर चालक दल के 23 सदस्य सवार थे।
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