प्रतीकात्मक फोटो
अलेप्पो:
सीरियाई विद्रोहियों ने असैन्य और घायल लोगों को अलेप्पो से निकालने के एक नए समझौते की घोषणा की है, जबकि सीरिया की सरकार ने इस तरह के किसी समझौते से इनकार किया है.
अलेप्पो शहर में गोलाबारी और हवाई हमले के बाद यहां के निवासी डरकर सड़कों पर भागने को मजबूर हैं. सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि पहले के एक समझौते के खत्म हो जाने के बाद संघर्ष जारी है.
पहले की योजना के तहत, हजारों असैन्य लोग और विद्रोही लड़ाके बुधवार तड़के सीरिया के अलेप्पो शहर को खाली करने वाले थे. सीरिया में पांच वर्ष से अधिक समय से चली आ रही लड़ाई में अलेप्पो शहर बहुत बुरी तरह से प्रभावित हुआ है.
सुबह होने से पहले अलेप्पो को छोड़कर जाने के लिए इकट्ठा हुए भूखे और ठंड में ठिठुरते असैन्य लोगों की कोशिश पर पानी फिर गया. पूर्वी अलेप्पो से कार्यकर्ता मोहम्मद अल-खतीब ने कहा, ‘बमबारी जारी है, कोई नहीं जा सकता, हर कोई कहीं छिपा हुआ और डरा हुआ है.’ उन्होंने बताया कि घायल लोग और शव सड़कों पर पड़े हैं. किसी में भी शव को हटाने की हिम्मत नहीं है. उग्रवादी संगठन नूरेद्दीन अल-जिनकी के अधिकारियों और कट्टरपंथी अहरार अल-शाम विद्रोही समूह ने पुष्टि की है कि बुधवार की हिंसा के बाद संघषर्विराम से संबंधित एक नया समझौता प्रभाव में आया था.
नूरेद्दीन के एक राजनीतिक अधिकारी, यासिर अल-यूसुफ ने कहा, ‘रूसी और तुर्की रेड क्रीसेंट के बीच वार्ता होने के बाद अलेप्पो में एक संघर्ष विराम प्रभाव में आया था.’ युसुफ बताया कि असैन्य और घायल लोगों का पहला समूह द्वारा शहर को छोड़ने का काम जारी है. उन्होंने कहा कि विद्रोहियों को लेकर भी एक समझौता हो गया था लेकिन सीरिया सरकार के एक करीबी सूत्र ने समझौते की खबर से इनकार किया है. सूत्र ने कहा, ‘वहां कोई समझौता नहीं हुई है, कोई बातचीत नहीं चल रही है.’
उधर, अलेप्पो शहर के लोगों के प्रति समर्थन जाहिर करने के लिए बुधवार को पेरिस में एफिल टावर की बत्तियां बंद रखी गईं. पेरिस की मेयर ऐनी हिडाल्गो ने कहा कि अलेप्पो में नागरिकों के लिए उत्पन्न असहनीय स्थिति का विरोध करने के लिए ऐसा किया गया था.
(इनपुट एएफपी से)
अलेप्पो शहर में गोलाबारी और हवाई हमले के बाद यहां के निवासी डरकर सड़कों पर भागने को मजबूर हैं. सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि पहले के एक समझौते के खत्म हो जाने के बाद संघर्ष जारी है.
पहले की योजना के तहत, हजारों असैन्य लोग और विद्रोही लड़ाके बुधवार तड़के सीरिया के अलेप्पो शहर को खाली करने वाले थे. सीरिया में पांच वर्ष से अधिक समय से चली आ रही लड़ाई में अलेप्पो शहर बहुत बुरी तरह से प्रभावित हुआ है.
सुबह होने से पहले अलेप्पो को छोड़कर जाने के लिए इकट्ठा हुए भूखे और ठंड में ठिठुरते असैन्य लोगों की कोशिश पर पानी फिर गया. पूर्वी अलेप्पो से कार्यकर्ता मोहम्मद अल-खतीब ने कहा, ‘बमबारी जारी है, कोई नहीं जा सकता, हर कोई कहीं छिपा हुआ और डरा हुआ है.’ उन्होंने बताया कि घायल लोग और शव सड़कों पर पड़े हैं. किसी में भी शव को हटाने की हिम्मत नहीं है. उग्रवादी संगठन नूरेद्दीन अल-जिनकी के अधिकारियों और कट्टरपंथी अहरार अल-शाम विद्रोही समूह ने पुष्टि की है कि बुधवार की हिंसा के बाद संघषर्विराम से संबंधित एक नया समझौता प्रभाव में आया था.
नूरेद्दीन के एक राजनीतिक अधिकारी, यासिर अल-यूसुफ ने कहा, ‘रूसी और तुर्की रेड क्रीसेंट के बीच वार्ता होने के बाद अलेप्पो में एक संघर्ष विराम प्रभाव में आया था.’ युसुफ बताया कि असैन्य और घायल लोगों का पहला समूह द्वारा शहर को छोड़ने का काम जारी है. उन्होंने कहा कि विद्रोहियों को लेकर भी एक समझौता हो गया था लेकिन सीरिया सरकार के एक करीबी सूत्र ने समझौते की खबर से इनकार किया है. सूत्र ने कहा, ‘वहां कोई समझौता नहीं हुई है, कोई बातचीत नहीं चल रही है.’
उधर, अलेप्पो शहर के लोगों के प्रति समर्थन जाहिर करने के लिए बुधवार को पेरिस में एफिल टावर की बत्तियां बंद रखी गईं. पेरिस की मेयर ऐनी हिडाल्गो ने कहा कि अलेप्पो में नागरिकों के लिए उत्पन्न असहनीय स्थिति का विरोध करने के लिए ऐसा किया गया था.
(इनपुट एएफपी से)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं