फाइल फोटो
काठमांडो:
नेपाल में सोमवार को भूस्खलन में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई जिससे बाढ़ एवं बारिश संबंधी आपदाओं में मरने वालों की कुल संख्या 80 पहुंच गई. उधर, संकट में फंसे सभी 35 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकाल लिया गया. नेपाल में बीते चार दिनों से भारी बारिश हो रही है जिससे कई नदियों में पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है और इस वजह से देश में कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ. इसके साथ ही कई स्थान जलमग्न हो गए. नेपाल में दक्षिणी इलाकों के बड़े भाग में बहने वाली नदी राप्ती का पानी चितवन घाटी में कई बस्तियों और लोकप्रिय होटलों में घुस गया.
भारतीय दूतावास के एक प्रवक्ता ने कहा कि चितवन राष्ट्रीय उद्यान के सौराहा में फंसे सभी 35 भारतीय नागरिकों को बचा लिया गया है. उन्हें हाथियों की मदद से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. स्थानीय अधिकारियों के हवाले से इससे पहले आई खबरों में कहा गया था कि 700 फंसे लोगों में 200 भारतीय पर्यटक हैं लेकिन भारतीय दूतावास अधिकारी ने कहा कि इनमें केवल 35 भारतीय नागरिक थे.
गृह मंत्रालय के अनुसार, मोरांग जिले में भूस्खलन की ताजा घटना में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई जिससे जिले में मरने वालों की संख्या 17 जबकि कुल संख्या 80 पहुंच गई. बीते चार दिनों में 35 लोग लापता हुए हैं. मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार पांचथर और इलाम में एक एक, झापा और मोरांग में पांच-पांच और सुनसारी में आठ लोगों की मौत हुई है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
भारतीय दूतावास के एक प्रवक्ता ने कहा कि चितवन राष्ट्रीय उद्यान के सौराहा में फंसे सभी 35 भारतीय नागरिकों को बचा लिया गया है. उन्हें हाथियों की मदद से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. स्थानीय अधिकारियों के हवाले से इससे पहले आई खबरों में कहा गया था कि 700 फंसे लोगों में 200 भारतीय पर्यटक हैं लेकिन भारतीय दूतावास अधिकारी ने कहा कि इनमें केवल 35 भारतीय नागरिक थे.
गृह मंत्रालय के अनुसार, मोरांग जिले में भूस्खलन की ताजा घटना में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई जिससे जिले में मरने वालों की संख्या 17 जबकि कुल संख्या 80 पहुंच गई. बीते चार दिनों में 35 लोग लापता हुए हैं. मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार पांचथर और इलाम में एक एक, झापा और मोरांग में पांच-पांच और सुनसारी में आठ लोगों की मौत हुई है.
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