ढाका:
बांग्लादेश की राजधानी ढाका के बाहरी हिस्से में बुधवार को एक आठ मंजिला इमारत के ढह जाने से 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, जबकि 600 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। घटना में बचा लिए गए श्रमिकों ने शिकायत की है कि उन्हें इमारत में स्थित कारखाने में काम पर आने के लिए मजबूर किया गया था, जबकि दरारें दिखाई पड़ने के बाद एक दिन पहले ही इमारत को खाली करवा लिया गया था।
इमारत के मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए राहतकर्मियों को काफी संघर्ष करना पड़ रहा है और मलबे के नीचे फंसे लोग सहायता के लिए चीख-पुकार कर रहे हैं।
बुधवार सुबह लगभग 8.45 बजे 'राणा प्लाजा' नामक आठ मंजिला इमारत गिरने से उसमें चल रहे परिधान कारखाने और बैंक की शाखा पूरी तरह ध्वस्त हो गए।
इमारत में मंगलवार को दरार पड़ने के एक दिन बाद बुधवार को पूरी इमारत ताश के पत्तों की तरह भरभरा कर गिर गई।
बांग्लादेश के समाचार पत्र 'डेली स्टार' के अनुसार कम से कम 107 लोगों की मौत हो गई है, तथा 600 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मलबे में से लगभग 150 लोगों को बचा लिया गया है।
एक स्थानीय निवासी सोहेल राणा ने 'डेली स्टार' को बताया कि इमारत के मलबे से मदद के लिए लोगों की चीखें आ रही थीं। सोहेल ने कई घायलों को एक खिड़की के रास्ते से बाहर निकलने में मदद की।
अखबार ने सावर स्थित एनम मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पीटल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के हवाले से कहा है कि अस्पताल में लगभग 107 शव हैं। हादसे के पीड़ितों को इसी अस्पताल में लाया जा रहा है।
इमारत के मलबे से बचा लिए गए कई मजदूरों ने मीडिया से कहा कि परिधान कारखाने के मालिक ने उन्हें बुधवार सुबह काम पर वापस आने के लिए मजबूर किया।
मंगलवार को इमारत में दरारें दिखाई पड़ने के बाद इमारत को खाली करा लिया गया था और श्रमिक बुधवार को वापस काम पर आने में हिचक रहे थे।
धवस्त इमारत के नीचे दबे लोगों को बचाने के लिए पुलिस और स्वयंसेवकों की सहायता में राहतकर्मी और सेनाकर्मी भी लग गए हैं।
बांग्लादेश के गृह मंत्री मोहिउद्दीन खान आलमगीर ने कहा, "इमारत सम्भवत: दोषपूर्ण निर्माण के कारण गिरी।"
उन्होंने आगे कहा कि दुर्घटना की जांच के बाद सरकार दोषियों के खिलाफ न्यायिक कार्रवाई करेगी।
राष्ट्रपति अब्दुल हामिद, प्रधानमंत्री शेख हसीना और विपक्षी पार्टी की नेता खालिदा जिया ने दुर्घटना पर शोक जताया है।
इस भीषण दुर्घटना को देखते हुए बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के नेतृत्व वाले 18 दलीय गठबंधन ने सावर में पहले तो अपनी हड़ताल में ढील दे दी और अंतत: 36 घंटे के देशव्यापी हड़ताल के आह्वान को वापस ले लिया।
इमारत के मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए राहतकर्मियों को काफी संघर्ष करना पड़ रहा है और मलबे के नीचे फंसे लोग सहायता के लिए चीख-पुकार कर रहे हैं।
बुधवार सुबह लगभग 8.45 बजे 'राणा प्लाजा' नामक आठ मंजिला इमारत गिरने से उसमें चल रहे परिधान कारखाने और बैंक की शाखा पूरी तरह ध्वस्त हो गए।
इमारत में मंगलवार को दरार पड़ने के एक दिन बाद बुधवार को पूरी इमारत ताश के पत्तों की तरह भरभरा कर गिर गई।
बांग्लादेश के समाचार पत्र 'डेली स्टार' के अनुसार कम से कम 107 लोगों की मौत हो गई है, तथा 600 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मलबे में से लगभग 150 लोगों को बचा लिया गया है।
एक स्थानीय निवासी सोहेल राणा ने 'डेली स्टार' को बताया कि इमारत के मलबे से मदद के लिए लोगों की चीखें आ रही थीं। सोहेल ने कई घायलों को एक खिड़की के रास्ते से बाहर निकलने में मदद की।
अखबार ने सावर स्थित एनम मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पीटल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के हवाले से कहा है कि अस्पताल में लगभग 107 शव हैं। हादसे के पीड़ितों को इसी अस्पताल में लाया जा रहा है।
इमारत के मलबे से बचा लिए गए कई मजदूरों ने मीडिया से कहा कि परिधान कारखाने के मालिक ने उन्हें बुधवार सुबह काम पर वापस आने के लिए मजबूर किया।
मंगलवार को इमारत में दरारें दिखाई पड़ने के बाद इमारत को खाली करा लिया गया था और श्रमिक बुधवार को वापस काम पर आने में हिचक रहे थे।
धवस्त इमारत के नीचे दबे लोगों को बचाने के लिए पुलिस और स्वयंसेवकों की सहायता में राहतकर्मी और सेनाकर्मी भी लग गए हैं।
बांग्लादेश के गृह मंत्री मोहिउद्दीन खान आलमगीर ने कहा, "इमारत सम्भवत: दोषपूर्ण निर्माण के कारण गिरी।"
उन्होंने आगे कहा कि दुर्घटना की जांच के बाद सरकार दोषियों के खिलाफ न्यायिक कार्रवाई करेगी।
राष्ट्रपति अब्दुल हामिद, प्रधानमंत्री शेख हसीना और विपक्षी पार्टी की नेता खालिदा जिया ने दुर्घटना पर शोक जताया है।
इस भीषण दुर्घटना को देखते हुए बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के नेतृत्व वाले 18 दलीय गठबंधन ने सावर में पहले तो अपनी हड़ताल में ढील दे दी और अंतत: 36 घंटे के देशव्यापी हड़ताल के आह्वान को वापस ले लिया।
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