
Monkeys kidnap babies of another species: आप बोर होते हैं तो क्या करते हैं? हो सकता है आप मूवी देखने लगते हों, गाना गुनगुनाने लगते हों या फिर इंस्टाग्राम पर स्क्रोल करने लगते हों. लेकिन कैपुचिन्स बंदर ऐसा नहीं कर रहे हैं. इस प्रजाति के ऊबे हुए युवा नर बंदर के बीच एक नया ट्रेंड जोर पकड़ रहा है- वे दूसरी प्रजाति, हाउलर बंदरों के छोटे बच्चों को किडनैंप कर ले रहे हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि पहली बार जानवरों को बिना किसी स्पष्ट कारण के किसी अन्य प्रजाति के छोटे बच्चों को चुराते हुए वीडियो में रिकॉर्ड किया गया है.
पीएचडी स्टूडेंट जो गोल्ड्सबोरो ने पहली बार साल 2022 में पनामा के तट से दूर एक द्वीप जिकारन पर मोशन-ट्रिगर कैमरों में कैद हुए फुटेज को खंगालते समय कुछ गलत या कहें कि अलग देखा.
और अधिक फुटेज को ध्यान से के बाद, उन्होंने ‘जोकर' को चार अलग-अलग हाउलर बंदर के बच्चों को ले जाते हुए देखा. करंट बायोलॉजी जर्नल में एक नई स्टडी की मुख्य लेखक गोल्ड्सबोरो ने कहा, सबसे पहले, उन्होंने सोचा कि यह "इन शिशुओं को गोद लेने वाले एक अजीब कैपुचिन की दिल छू लेने वाली कहानी" थी. लेकिन फिर वैज्ञानिकों ने ‘जोकर' से जुड़े अन्य मामलों को ढूंढना शुरू कर दिया. आखिर में उन्हें पता चला कि ऐसा सिर्फ ‘जोकर' नहीं कर रहा है. उन्होंने 15 महीने की अवधि में 11 अलग-अलग हाउलर बंदर के शिशुओं को ले जाते हुए पांच कैपुचिन बंदर देखे.
The howler-carrying behavior is baffling: there's no clear benefit to the capuchin carriers. They don't prey on the infants, don't play with them, and don't receive more (positive) attention from group mates while carrying (7/12) pic.twitter.com/hGkfr6ahpB
— Ecology of Animal Societies (@livingingroups) May 19, 2025
फिर टीम को दुख में डूबे हाउलर बंदर माता-पिता के फुटेज मिले जो अपने खोए हुए बच्चों को चीख चीख के बुला रहे थे, जिससे पता चलता है कि शिशुओं को वास्तव में किडनैप कर लिया गया था.
जानलेवा ‘शौक'
रिसर्च कर रहे साइंटिस्ट हैरान थे क्योंकि कैपुचिन किडनैप किए बच्चों को खाते नहीं थे और ना ही उनका शिकार करते थे. ऐसा भी नहीं है कि उन्हें उनके साथ खेलने में मजा आता था. गोल्ड्सबोरो ने कहा कि अंततः उन्हें एहसास हुआ कि ये किडनैपिंग द्वीप के युवा नर कैपुचिन बंदरों के बीच एक सामाजिक परंपरा या "सनक" थी.
स्टडी के को-ऑथर ब्रेंडन बैरेट ने एएफपी को बताया कि यह पहली बार है कि इस तरह की परंपरा के प्रसार के कारण एक प्रजाति को बार-बार दूसरे के शिशुओं का अपहरण करते हुए देखा गया है. लेकिन यह सनक अपने साथ बुरी खबर भी लाई. 11 में से चार हाउलर शिशुओं की मृत्यु देखी गई, लेकिन रिसर्चर्स का मानना है कि उनमें से कोई भी जीवित नहीं बचा.

वास्तव में कैपुचिन उन शिशु बंदरों को किडनैप करने में कैसे कामयाब होते हैं यह एक रहस्य बना हुआ है. संभावना है कि किडनैपिंग पेड़ों पर होती है, और वैज्ञानिकों ने जो कैमरे लगाए हैं वे इस द्वीप के कोइबा राष्ट्रीय उद्यान में केवल जमीन को कवर करते हैं.
जानवरों के बीच फैलती ऐसी सांस्कृतिक सनक दुर्लभ है लेकिन अनसुनी नहीं है. बैरेट ने पहले कोस्टा रिका में कैपुचिन्स का अध्ययन किया था, जो साही (पॉर्क्यूपाइन) को पालने लगे थे. लेकिन फिर वो इससे उब गए. ऐसे ही 1980 के दशक में, हत्यारे व्हेलों ने उत्तर-पश्चिमी अमेरिकी तट पर अपने सिर पर मरे हुए सैल्मन रखना शुरू कर दिया था.
यह चलन दशकों बाद वापस आया जब ओर्कास को पिछले साल फिर से ये "सैल्मन हैट" पहने हुए देखा गया.
इन कैपुचिन बंदरों से बवाल मचा लो बस
वैज्ञानिकों ने 2017 में कैपुचिन को रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया क्योंकि वे नट और शेलफिश को तोड़ने के लिए पत्थर के औजारों का कुशलता से उपयोग करते हैं. कैपुचिन का कोई शिकारी नहीं करता है और द्वीप पर बहुत सारा भोजन है, जिससे उन्हें इधर-उधर घूमने के लिए बहुत सारा खाली समय मिल जाता है.

बैरेट ने कहा, "वे अराजकता के छोटे खोजी एजेंट हैं."
अब माना जा रहा है कि वो इन खाली वक्त में हाउलर बंदरों के बच्चों को चुराने का मनमाना काम कर रहे हैं. इस स्टडी में केवल जुलाई 2023 तक दर्ज की गई किडनैपिंग को शामिल किया गया था, लेकिन गोल्ड्सबोरो ने कहा कि तब से कम से कम एक और बच्चे को ले जाया गया है, हालांकि उन्होंने सभी फुटेज नहीं देखे हैं.
अपहरणों में कमी केवल इसलिए आई होगी क्योंकि कैपुचिन के पास अब चोरी करने के लिए बच्चे ही कम पड़ गए हैं. इस द्वीप के हाउलर बंदरों को लुप्तप्राय के रूप में वर्गीकृत किया गया है. रिसर्चर्स यह भी स्टडी करना चाहते हैं कि क्या सामान्य रूप से विनम्र दिखने वाले हाउलर बंदर अब कैपुचिन बंदरों के प्रति अधिक भयभीत - या आक्रामक - होने लगेंगे.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं