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This Article is From Nov 20, 2015

माली में होटल पर आतंकी हमले में 27 की मौत, अब कोई बंधक नहीं, सभी भारतीय सुरक्षित

माली में होटल पर आतंकी हमले में 27 की मौत, अब कोई बंधक नहीं, सभी भारतीय सुरक्षित
माली के सुरक्षा मंत्री ने कहा कि बंदूकधारियों के 'पास और बंधक नहीं'। (AFP फोटो)
बमाको: माली की राजधानी बमाको में लक्जरी होटल रेडिसन ब्लू पर धावा बोलकर 170 मेहमानों एवं कर्मचारियों को बंधक बना लिया और इनमें से कम से कम 27 लोगों की हत्या कर दी। करीब नौ घंटे बाद फ्रांस ने बंधक संकट खत्म होने की घोषणा करते हुए बताया कि दो बंदूकधारियों को मार गिराया गया है।

इससे पहले आतंकियों के हमले की वजह से होटल में फंसे सभी 20 भारतीयों को सुरक्षित निकाल लिया गया था। माली में भारतीय राजदूत ने सभी भारतीय के सुरक्षित निकाले जाने की पुष्टि की। ये सभी भारतीय दुबई की एक कंपनी में काम करते हैं और होटल में स्थायी रूप से रह रहे थे।
हमले में मारे गए बेल्जियम की क्षेत्रीय असेंबली के अधिकारी
माली के सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि ये हथियारबंद आतंकी भारतीय समयानुसार दोपहर करीब 12:30 बजे 190 कमरों वाले इस होटल में दाखिल हुए और 140 मेहमानों एवं 30 कर्मचारियों को बंधक बना लिया। बंधकों में कई चीनी नागरिक और टर्किश एयरलाइंस कर्मचारी भी थे। होटल में बेल्जियम की एक क्षेत्रीय असेंबली के अधिकारी ज्योफरी दिएदोने भी मारे गए हैं।

जिंदगी बचाने के लिए इधर उधर भागते दिखे लोग
हमले के समय बहुत सारे मेहमान अपने कमरों में थे। इस 190 कमरों में वाले होटल में अत्याधुनिक हथियारों से की गई बोलीबारी की आवाज सुनी गईं। अपनी जिंदगी बचाने के लिए होटल के पास लोग इधर-उधर भागते हुए दिखाई दिए।

यूरोपीय संघ के मंत्रियों ने की आपात बैठक
माली का उत्तरी हिस्सा 2012 में अलकायदा से जुड़े जेहादी समूहों ने कब्जा कर लिया था, लेकिन साल 2013 की शुरुआत में फ्रांस के नेतृत्व वाले अभियान के जरिए इस क्षेत्र को मुक्त कराया गया। बमाको में इस बंधक संकट के बीच यूरोपीय संघ के मंत्रियों ने ब्रसेल्स में आपात बैठक की और सीमा नियंत्रण को सख्त बनाने पर सहमति जताई। पेरिस हमलों के बाद यह फैसला अहम है।

माली के राष्ट्रपति लौट रहे हैं देश
साहेल क्षेत्रीय सम्मेलन के लिए चाड पहुंचे माली के राष्ट्रपति इब्राहीम बाउबकर कीथा अपना दौरा बीच में खत्म करके स्वदेश लौट रहे हैं। उनके कार्यालय ने यह जानकारी दी। वहीं माली में अमेरिकी दूतावास ने परामर्श जारी किया कि इस देश में मौजूद कोई अमेरिकी नागरिक अपने परिवारों से संपर्क करें और स्थानीय मीडिया पर नजर बनाए रखें।

काफी दिनों से हिंसा का शिकार रहा है इलाका
आपको बता दें कि देश के उत्तर में पूर्व तुआरेग विद्रोहियों और प्रतिद्वंद्वी सरकार समर्थक सशस्त्र समूहों के बीच जून में शांति समझौते के बावजूद इस्लामी गुट आए दिन माली में हमले करते रहते हैं। इसी साल अगस्त में माली के सेवारे शहर में संदिग्ध इस्लामी चरमपंथियों ने 13 लोगों की हत्या कर दी थी, जिनमें पांच संयुक्त राष्ट्र कर्मी भी शामिल थे।

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