लेबनान (Lebanon) में 'वॉकी-टॉकी' के फटने की घटना सामने आयी है. इस घटना में 32 लोगों के मारे जाने की सूचना है. साथ ही 3,250 लोग इस घटना में घायल हो गए हैं. मंगलवार को हुए पेजर्स ब्लास्ट की घटना में कई लोगों की मौत हुई थी. समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, पेजर विस्फोटों के एक दिन बाद हिजबुल्लाह के गढ़ में वॉकी टॉकी में विस्फोट की घटना हुई है.
अब वॉकी टॉकी में विस्फोट..
— NDTV India (@ndtvindia) September 18, 2024
अब लेबनान के बेरुत में फटे हिज्बुल्लाह के 'वॉकी-टॉकी', कल पेजर्स ब्लास्ट में हुई थी 12 की मौत#lebnon । #Pagerblast । #Beirut pic.twitter.com/pZQMJcy3oF
लेबनान में मंगलवार को संचार के लिए इस्तेमाल किए जा रहे सैकड़ों पेजरों में एक साथ विस्फोट की घटना हुई थी. इस घटना में 3000 हजार से अधिक लोग घायल हो गए थे. वहीं, घायलों में 200 लोगों की स्थिति गंभीर बताई जा रही थी. लेबनान में मंगलवार शाम जेब में रखे पेजर एक के बाद एक फटने लगे . कुछ ही समय बाद हिजबुल्लाह लड़ाकों की खून से लथपथ तस्वीरें और विस्फोट वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगीं. इस विस्फोट के लिए हिजबुल्लाह ने इजरायल को जिम्मेदार बताया है.
घटना को लेकर 2 थ्योरी की चर्चा
लेबनान में पेजर धमाके कैसे हुए या कैसे किए गए इसे लेकर दो अलग-अलग तरह की बातें कही जा रही हैं. शुरुआती जानकारी के तौर पर यह बात कही गई कि पेजर सिस्टम को हैक कर यह धमाका किया गया. इसका शक इजराइल और इसकी खुफिया एजेंसी मोसाद पर जताया जा रहा है. अब पहली जो थ्योरी सामने आई है, उसके मुताबिक, हैकिंग के जरिए पेजरों की लिथियम बैटरी को इतना गर्म कर दिया गया कि उनमें धमाका हो गया.
दूसरी थ्योरी कहती है कि पेजर बनाते समय या फिर उसकी आपूर्ति के समय सप्लाई चेन को कहीं भेज गया और हजारों पेजर में विस्फोटक प्लांट किए गए. धमाकों में फटे पेजरों की जो तस्वीरे सामने आ रही हैं, उनके जरिए ये आशंका जताई जा रही है. बताया जा रहा है कि ये तमाम पेजर ताइवान में गोल्ड अपोलो कंपनी में बने हैं, जिनका मॉडल नंबर AP924 है. हालांकि, अपोलो कंपनी का कहना है कि ये यूरोपीय देश में बना पेजर है, जिसके पास गोल्ड अपोलो कंपनी के नाम का इस्तेमाल करने का अधिकार है.
हिजबुल्ला के तीन सदस्य इजरायली हमले में मारे गए
गौरतलब है कि दक्षिणी लेबनान के एक गांव पर इजरायली हवाई हमले में हिजबुल्ला के तीन सदस्य इससे पहले मारे गए थे. लेबनानी सैन्य सूत्रों ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर समाचार एजेंसी शिन्हुआ को बताया कि एक इजरायली युद्धक विमान ने सीमावर्ती गांव मजदल सेलम के एक घर पर हवा से जमीन पर दो मिसाइलें दागीं. इस हमले में घर नष्ट हो गया और आसपास की इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा था.
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