तेगुसिगाल्पा:
होंडुरास के एक कारागार में लगी भयंकर आग में मारे गये कैदियों को दफनाने का काम शुरू हो गया है। हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि कारागार में आग कैसे लगी। इस हादसे में बुरी तरह जले दो और कैदियों की अस्पताल में मौत के साथ मरने वालों की संख्या कल बढ़कर 358 हो गई।
अधिकारियों ने इस हादसे के 24 पीड़ितों के शव उनके परिजनों को सौंप दिये जिसके बाद देश के विभिन्न शहरों में शुक्रवार को पीड़ितों का अंतिम संस्कार किया गया।
तलांगा शहर में अपने 28 वर्षीय बेटे एडविन ओर्टेगा को अंतिम विदाई देने वाली त्रिनिदाद वारेला ने कहा, ‘‘यह बर्बर अपराध है। हम इसे ऐसे ही नहीं छोड़ेंगे।’’ अपनी क्षमता से अधिक कैदी वाली कोमायागुआ जेल में चार दिन पहले आग लग गई थी लेकिन इसका कारण अब तक स्पष्ट नहीं है।
अमेरिका का एक दल जांच के लिए गुरूवार रात यहां पहुंचा। इसके अलावा चिली के विशेषज्ञ भी जेल में जांच में जुटे हैं। हादसे की शिकार जेल में करीब 60 प्रतिशत विचाराधीन कैदी थे।
अधिकारियों ने इस हादसे के 24 पीड़ितों के शव उनके परिजनों को सौंप दिये जिसके बाद देश के विभिन्न शहरों में शुक्रवार को पीड़ितों का अंतिम संस्कार किया गया।
तलांगा शहर में अपने 28 वर्षीय बेटे एडविन ओर्टेगा को अंतिम विदाई देने वाली त्रिनिदाद वारेला ने कहा, ‘‘यह बर्बर अपराध है। हम इसे ऐसे ही नहीं छोड़ेंगे।’’ अपनी क्षमता से अधिक कैदी वाली कोमायागुआ जेल में चार दिन पहले आग लग गई थी लेकिन इसका कारण अब तक स्पष्ट नहीं है।
अमेरिका का एक दल जांच के लिए गुरूवार रात यहां पहुंचा। इसके अलावा चिली के विशेषज्ञ भी जेल में जांच में जुटे हैं। हादसे की शिकार जेल में करीब 60 प्रतिशत विचाराधीन कैदी थे।
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